लाखों की टोल वसूली हो रही सुपरफास्ट,जनता को बदले में मिल रही असुविधा और गड्डे फस्ट..

BHILWARA
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शाहपुरा–भीलवाड़ा रोड और एनएच-148डी पर बड़े बड़े गड्ढे, जिम्मेदार मौन, आमजन को सफर की परीक्षा ले रहा सिस्टम..

शाहपुरा ।कौन कहता है कि सड़क सिर्फ यात्रा का माध्यम है। शाहपुरा भीलवाड़ा मार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग 148-डी का नई राज्यास से शाहपुरा तक का हिस्सा अब सामान्य सड़क नहीं, बल्कि जनता के साहस, धैर्य और संतुलन की परीक्षा का ट्रैक बन चुका है। यहां सफर करना ऐसा है कि हर वाहन चालक खुद से सवाल कर रहा हो क्या मैं इस सफर में बचकर निकल पाऊँगा?टूट-फूटी डामर की परतें, उखड़ी सतह और अनियमित उभार हर मोड़ पर यह संदेश देती हैं कि सड़क सुधार सिर्फ फाइलों और आश्वासन में ही हो रहा है। टोल प्लाजा पर करोड़ों की वसूली लगातार जारी है, लेकिन सड़क सुधार के नाम पर जिम्मेदार अधिकारी और विभागीय लोग मौन साधे बैठे हैं।

जनता की पीड़ा शायद उनके लिए किसी रिपोर्ट नंबर से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है।दुपहिया वाहन चालक हर मोड़ पर संतुलन बनाए रखने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं, चारपहिया वाहन झटकों और उछलकूद के बीच गुजर रहे हैं और हर गुजरते वाहन के साथ सड़क की हालत और बिगड़ रही है। रात के समय रोशनी की कमी और सड़क की दयनीय स्थिति मिलकर सफर को मौत के खेल में बदल देती है, लेकिन अधिकारियों की नजरों में सब कुछ परफेक्ट है क्योंकि फाइलों में सड़क तो ठीक लिखी गई है।आमजन अब सीधे पूछ रहे हैं टोल वसूली पूरी हो गई, लेकिन हमारी जान की कीमत कौन चुकाएगा। सड़क के टूटे हिस्से और लापरवाही के कारण वाहन लगातार क्षतिग्रस्त हो रहे हैं और आमजन हर सफर में जोखिम और झटका झेल रहे हैं।
यह मार्ग अब जनता के लिए स्टंट ड्राइविंग की परीक्षा बन गया है, टोल वसूली जारी है और जिम्मेदारों की नींद जारी। सवाल यही है आखिर कब तक जनता अपनी जान जोखिम पर डालकर सफर करती रहेगी, और कब तक अधिकारी अपनी कुर्सी पर आराम फरमाते रहेंगे?