शक्करगढ़
टिटोड़ा जागीर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लंबे इंतज़ार के बाद स्थायी डॉक्टर की नियुक्ति हो गई है। गुरुवार सुबह जैसे ही डॉ. मयंक झवर ने कार्यभार संभाला, ग्रामीणों के चेहरों पर उम्मीद की किरण झलकने लगी।
केंद्र पर पदभार ग्रहण करते ही डॉ. झवर का स्वागत पुष्पगुच्छ और माल्यार्पण के साथ किया गया स्वास्थ्यकर्मियों और ग्रामीणों ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि यह दिन उनके लिए किसी त्यौहार से कम नहीं है।
लंबे समय से थी डॉक्टर की कमी
पीएचसी टिटोड़ा जागीर के अंतर्गत करीब 15 से 20 गाँव आते हैं। अब तक डॉक्टर की अनुपलब्धता के कारण ग्रामीणों को मामूली बुखार, चोट या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी 10-15 किलोमीटर दूर कस्बों का रुख करना पड़ता था। आपातकालीन स्थितियों में तो कई बार मरीजों को समय पर इलाज न मिलने से मुश्किलें बढ़ जाती थीं।
डॉ. मयंक झवर का संकल्प
पदभार संभालते हुए डॉ. झवर ने कहा – “ग्रामीणों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना मेरी प्राथमिकता होगी। टीकाकरण, मातृ-शिशु स्वास्थ्य, और आपातकालीन सेवाओं में किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि आवश्यक दवाओं और जांच सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए वे विभाग से लगातार तालमेल रखेंगे।
ग्रामीणों में उमंग और राहत देवकरण मिश्रा ने बताया – “आज हमें लगा कि हमारी वर्षों की मांग पूरी हो गई। अब इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।”
वहीं, गाँव की महिला सरपंच संतोक देवी शर्मा ने कहा – “गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए समय पर टीकाकरण और स्वास्थ्य जांच अब यहीं हो पाएगी, जिससे जान बचाई जा सकेगी।”
स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं में नई उम्मीद
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पीएचसी पर डॉक्टर की नियुक्ति से न सिर्फ मरीजों को समय पर इलाज मिलेगा, बल्कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गति भी तेज होगी। ग्रामीणों को अब रात-दिन आपातकालीन सेवाओं की सुविधा मिलने की संभावना है।
इस नियुक्ति के साथ टिटोड़ा जागीर पीएचसी सक्रिय और सशक्त स्वास्थ्य केंद्र के रूप में उभरने की ओर कदम बढ़ा चुका है।
