भीलवाड़ा, पेसवानी
राजस्थान सरकार के पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा है कि जल संरक्षण केवल एक सरकारी अभियान नहीं, बल्कि जनभागीदारी से जुड़ा जीवनदायिनी आंदोलन है। वे बुधवार को मांडलगढ़ क्षेत्र के झालेश्वर सरोवर पर आयोजित वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री कुमावत ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेशभर में चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य लोगों को जल की महत्ता से परिचित कराना है। उन्होंने कहा कि भारत की परंपरा में नदियों, तालाबों और सरोवरों को पूज्य माना गया है। जल के बिना न हरियाली संभव है और न ही जीवन। इसलिए जल संरक्षण के लिए हर व्यक्ति को जागरूक होना पड़ेगा।
कार्यक्रम की शुरुआत झालेश्वर सरोवर की पूजा-अर्चना से हुई। मंत्री कुमावत ने विधिवत सरोवर की पूजा कर आगामी मानसून में अच्छी वर्षा की कामना की। इसके पश्चात उन्होंने पीपल का पौधा रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। इस अवसर पर मौजूद लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया।

कार्यक्रम के उपरांत मंत्री ने पंचायत समिति सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली और वंदे गंगा अभियान के अंतर्गत हो रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि परंपरागत जल स्रोतों की समय-समय पर सफाई कराई जाए और उनके आस-पास के अतिक्रमण हटाए जाएं। साथ ही उन्होंने सीएसआर फंड व अन्य स्रोतों से जल स्रोतों के सौंदर्यकरण व जीर्णोद्धार के कार्यों को प्राथमिकता देने को कहा।
कार्यक्रम में मांडलगढ़ विधायक गोपाललाल खंडेलवाल ने कहा कि 5 जून से 20 जून तक चल रहा यह अभियान केवल सरकारी पहल नहीं, बल्कि जन सहयोग से जल संकट से लड़ने की दिशा में निर्णायक कदम है। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे जल स्रोतों की सफाई में भाग लें और वर्षा जल संचयन के लिए खुद आगे आएं।
बैठक में जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू ने पीपीटी के माध्यम से जिले में अब तक किए गए कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तालाबों की सफाई, श्रमदान, जागरूकता रैलियां, पोस्टर प्रदर्शनी, नुक्कड़ नाटक सहित कई गतिविधियां इस अभियान के तहत आयोजित की गई हैं। उन्होंने बताया कि विभागवार समन्वय से अभियान को धरातल पर उतारा गया है।
इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा, उप जिला प्रमुख शंकर गुर्जर, नगरपालिका अध्यक्ष संजय डांगी, जिला परिषद सीईओ चंद्रभान सिंह भाटी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश मेहरा, प्रधान जितेंद्र मूंदड़ा, वरिष्ठ नेता आजाद शर्मा सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।