शक्करगढ़
क्षेत्र में शुक्रवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर विभिन्न विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसी क्रम में पीएम श्री विद्यालय बाकरा में स्वास्थ्य विभाग एवं विद्यालय प्रशासन की ओर से विशेष जागरूकता कार्यक्रम हुआ।
कार्यक्रम में सीएचओ अनिता गुर्जर ने बच्चों को पेट में कीड़े होने से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि पेट के कीड़े बच्चों के शरीर में खून की कमी, कमजोरी, कुपोषण और पढ़ाई में ध्यान न लगने जैसी समस्याएँ उत्पन्न करते हैं। समय पर कृमिनाशक दवा लेने से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर होता है।
इस दौरान 1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को कृमिनाशक टैबलेट खिलाई गई। बच्चों को स्वच्छता का पालन करने, खाने से पहले हाथ धोने तथा खुले में शौच न करने के लिए भी प्रेरित किया गया।
शारीरिक शिक्षक बलवंत पारीक ने भी बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है। इसलिए स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता जरूरी है।
