Kota Rain: राजस्थान में लगातार 48 घंटे बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
Heavy Rain In Hadoti: राजस्थान के कोटा जिले समेत सुल्तानपुर, इटावा और अन्य क्षेत्रों में लगातार दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है।

48 घंटे से रुक-रुक कर जारी तेज़ बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सड़कों पर तीन से चार फीट तक पानी भर गया है, जिससे संपर्क मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो चुके हैं।

बिजली आपूर्ति, मोबाइल नेटवर्क और अन्य सेवाएं भी ठप पड़ गई हैं।
कोटा जिले के लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने हालात की गंभीरता को देखते हुए स्वयं नगर निगम की नाव में बैठकर देवली अरब क्षेत्र की बाढ़ प्रभावित कॉलोनियों का दौरा किया।

यहां तीन फीट से अधिक पानी भर गया है और कई परिवारों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। विधायक कल्पना देवी ने राहत व बचाव कार्यों की निगरानी करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि पानी निकासी और लोगों की सुरक्षा में कोई कोताही न बरती जाए।

सुल्तानपुर क्षेत्र में शुक्रवार रात से ही भारी बारिश जारी रही। शनिवार सुबह तक 116 मिमी वर्षा दर्ज की गई। पार्वती नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है।

कई गांवों के रास्ते बंद हो गए हैं, जबकि शहर का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।

मारवाड़ा चौकी रेलवे अंडरब्रिज में तेज बहाव के कारण कोटा-श्योपुर स्टेट हाइवे को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। वहीं, बिजली सप्लाई पूरी तरह से ठप है और नेटवर्क भी बार-बार बाधित हो रहा है।

इटावा क्षेत्र की स्थिति भी बेहद नाज़ुक बनी हुई है। कालीसिंध नदी के किनारे बसा नारायणपुरा गांव बीते 12 घंटे से टापू बना हुआ है।

पीपल्दा तहसील से जुड़े दर्जनों गांवों का संपर्क टूट गया है। बम्बूलिया पंचायत के उम्मेदपुरा और रघुनाथपुरा जैसे गांवों का रास्ता बरसात के पानी में पूरी तरह डूब चुका है।

निमोदा हरीजी गांव में सेना और पुलिस का संयुक्त राहत दल सक्रिय है। यहां एक गर्भवती महिला को सेना के वाहन से रेस्क्यू कर दीगोद पीएचसी पहुंचाया गया।

खराब रास्तों के कारण एम्बुलेंस का वहां पहुंचना संभव नहीं था। बाद में महिला को 108 एंबुलेंस से जेके लोन हॉस्पिटल, कोटा रेफर किया गया जहां उसका इलाज जारी है।

दीगोद कस्बे की निचली बस्तियों में पानी भरने पर पुलिस और नगर पालिका की टीमों ने मोर्चा संभाल रखा है।

पालिका द्वारा जेसीबी मशीन से जलनिकासी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य जांच शुरू कर दी है।

शनिवार दोपहर से मौसम थोड़ा साफ हुआ है और हल्की धूप निकलने लगी है, जिससे बाजारों में गतिविधि शुरू हुई।

हालांकि नदियों और नालों का जलस्तर अब भी खतरे के निशान पर बना हुआ है।

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश का दौर अगले एक सप्ताह तक जारी रह सकता है, ऐसे में राहत कार्यों की गति और सतर्कता बनाए रखने की ज़रूरत है।
