भीलवाड़ा। बालवाटिका द्वारा 26वीं राष्ट्रीय बाल साहित्य संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह 2025 के अवसर पर बालसाहित्य में उल्लेखनीय योगदान हेतु दिए जाने वाले समस्त सम्मानों की घोषणा कर दी गयी है। इस बार जयप्रकाश भारती बालसाहित्य शिखर सम्मान डॉ. दिविक रमेश (दिल्ली) एवं आनंदप्रकाश जैन वालसाहित्य शिखर सम्मान डॉ. हूँदराज बलवाणी (अहमदाबाद) को अर्पित किया जाएगा। इस सम्मान में प्रत्येक रचनाकार को रुपये 31,000 की राशि प्रशस्तिपत्र, स्मृतिचिह्न, शॉल, श्रीफल आदि भेंट कर अलंकृत किया जाता है। वैभव कालरा स्मृति बालसाहित्य सम्मान इस बार डॉ. सूर्यनाथ सिंह (दिल्ली) को रुपये 25,000 की राशि, प्रशस्तिपत्र, स्मृतिचिह्न, शॉल, श्रीफल आदि भेंट कर अर्पित किया जाएगा। कन्हैयालाल मत्त स्मृति बालकाव्य सम्मान एवं गंगा दुलारी स्मृति बालसाहित्य सम्मान क्रमशः श्री रमेश पंत (द्वाराहाट, उत्तराखंड) एवं श्रीमती विमला रस्तोगी (दिल्ली) को रुपये 11,000 की राशि, प्रशस्तिपत्र, स्मृतिचिह्न, शॉल, श्रीफल आदि भेंट कर अलंकृत किया जाएगा।
बालसाहित्य में विशिष्ट योगदान हेतु दिए जाने वाले सम्मान के लिए इस बार श्री महावीर रवांल्टा, मेहरगाँव (उ.खं.), श्री पवन पहाड़िया, डेह (राज.), श्रीमती प्रतिभा शर्मा, काँगड़ा (हि.प्र.), श्री विष्णु शर्मा ‘हरिहर’, कोटा (राज.), श्रीमती विमला नागला, केकड़ी (राज.), श्री गोपाल माहेश्वरी, इंदौर (म.प्र.), श्री श्यामसुंदर श्रीवास्तव रायगढ़ (छ.ग.), डॉ. लता अग्रवाल ‘तुलजा’ भोपाल (म.प्र.), श्री पवन कुमार वर्मा, वाराणसी (उ.प्र.), श्री श्यामसुंदर तिवाड़ी ‘मधुप’, भीलवाड़ा (राज.) का चयन किया गया है। इस सम्मान में प्रत्येक बालसाहित्य रचनाकार को रुपये 5100 की राशि, प्रशस्तिपत्र, स्मृतिचिह्न, शॉल, श्रीफल आदि भेंट कर सम्मानित किया जाएगा।
समारोह संयोजक डॉ. भैरूँलाल गर्ग ने बताया कि इस बार कार्यक्रम का आयोजन 4-5 अक्टूबर 2025 को, विनायक विद्यापीठ, भूणास (भीलवाड़ा) में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में उद्घाटन एवं समापन सत्र के अतिरिक्त केंद्रीय विषय ‘भारतीय ज्ञान परंपरा और हमारा दायित्व’ (संदर्भ-बालसाहित्य) विषयक तीन चर्चा सत्र होंगे, जिसमें बालसाहित्य संगोष्ठी, अखिल भारतीय बालकाव्य गोष्ठी, पुस्तक लोकार्पण, बालसाहित्य सम्मान अर्पण आदि गतिविधियाँ संपन्न होंगी। इस समारोह में देश के लगभग दस प्रदेशों के बालसाहित्य रचनाकारों की सहभागिता संभावित है।
