कॉलेज प्रशासन पर लापरवाही का आरोप, मांगें नहीं मानी तो आंदोलन की चेतावनी
मांडलगढ़। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) इकाई मांडलगढ़ ने शुक्रवार को कॉलेज प्राचार्य के माध्यम से कुलपति के नाम ज्ञापन सौंपकर दो सूत्रीय मांगों को लेकर नाराज़गी जताई। ज्ञापन छात्र नेता परमेश्वर पूरी के नेतृत्व में सौंपा गया, जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।
छात्र नेता सोनू कुमार बैरवा ने बताया कि सत्र 2024-25 में सेमेस्टर प्रणाली के तहत प्रथम और तृतीय सेमेस्टर के परिणाम विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए, लेकिन इनमें कई विद्यार्थियों के परिणाम रोक दिए गए हैं। इसका कारण परीक्षा फॉर्म में दस्तावेज़ों की कमी और फॉर्म समय पर विश्वविद्यालय तक न पहुंचना बताया गया है। बैरवा ने आरोप लगाया कि यह महाविद्यालय कर्मचारियों की लापरवाही का नतीजा है, जिसकी वजह से विद्यार्थी न तो अपने परिणाम देख पा रहे हैं और न ही अगले सेमेस्टर में आवेदन कर पा रहे हैं। परिषद ने मांग की कि प्रशासन इस समस्या की पूरी ज़िम्मेदारी ले और सुनिश्चित करे कि आगे से सत्र 2025-26 में किसी छात्र का परिणाम न रुके।

ज्ञापन में दूसरी मांग यह रखी गई कि सत्र 2025-26 के कला संकाय प्रथम सेमेस्टर में 400 सीटों पर प्रवेश हुआ, जबकि 144 विद्यार्थी प्रवेश से वंचित रह गए। इनमें से 100 छात्रों का चयन अतिरिक्त वर्ग खोलकर किया गया, लेकिन शेष विद्यार्थियों, जिन्होंने प्रवेश शुल्क जमा कराया था, को उनकी फीस वापस लौटाई जाए।
परमेश्वर पूरी ने चेतावनी दी कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो परिषद उग्र आंदोलन करेगी और इसकी पूरी ज़िम्मेदारी कॉलेज प्रशासन एवं शासन की होगी।
ज्ञापन सौंपने के दौरान रतन खटीक, मुकेश कुमार धाकड़, दुर्गेश गुर्जर, हिमांशु, नितिन, सूरज, अंकित, यश, रामस्वरूप, अंजली, लविना, अक्षिता, खुशी, मोनिका, खुशाली, रानी, कृष्णा, सरिता, लक्ष्मी, अर्चना, पुष्पा, चंचल, देवराज, सावर, माया, संतरा, हीरा, भैरी, अन्नू, मनीषा, शिवानी, लीला, मनभर, विकास, दुर्गा, मोहन, मुरली, सोनू, रामराज सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।