गांवों को जालिया पँचायत में ही रखने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन।
बीगोद कस्बे में नव गठित नगर पालिका में ग्रामीण क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों को जोड़ने पर ग्रामीणों ने विरोध जताया हैं, आक्रोशित ग्रामीणों ने उपखण्ड कार्यालय पर प्रदर्शन कर नारेबाजी की, ओर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन दिया। ग्रामीणों ने जालिया पंचायत में ही गांवों को रखने की मांग की। जालिया ग्राम पंचायत के ग्रामीणों का आरोप हैं, कि राज्य सरकार ने बिना मापदण्ड ओर आपत्ति लिए राजनीतिक लाभ के लिए प्रतापपुरा, देवपुरा, मोहनपुरा, खेरपुरा, भारलिया व मोही गांवो को बीगोद की नगर पालिका में शामिल कर लिया हैं

जिससे ग्रामीण विकास की योजनाओं का लाभ बन्द हो गया हैं, विगत छः माह से मनरेगा ओर अन्य विकास कार्य ठप्प पड़े हुए है, इस मामले को लेकर माण्डलगढ़ विधायक गोपाल खण्डेलवाल पर भी ग्रामीणों ने वादा खिलाफी का आरोप लगाया हैं, कि विधायक ने जालिया पंचायत के नगर पालिका में नहीं जोड़ने का आश्वासन दिया था।
ग्रामीणों ने बताया कि नगर पालिका में शामिल किए गए गांवों को वापस ग्राम पंचायत में नहीं जोड़ा गया तो सरकार के खिलाफ आंदोलन कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

ज्ञापन देने में जालिया सरपंच सुरेंद्र सिंह, जिला परिषद सदस्य अंकित तिवाड़ी, हारून मोहम्मद, मुनीर मोहम्मद, एडवोकेट ऋषि कुमार गुर्जर, सत्य नारायण माली, प्रभुलाल गुर्जर व कैलाश चन्द्र गुर्जर सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे ।