संघर्ष, मेहनत और परिवार के सहयोग से छठे प्रयास में हासिल की सफलता
बिजोलिया: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त प्रतियोगी (RAS) परीक्षा-2023 का फाइनल रिजल्ट बुधवार शाम घोषित कर दिया गया है। इस रिजल्ट ने बिजोलिया क्षेत्र में उत्साह और गर्व का माहौल पैदा कर दिया। क्षेत्र की जावदा निवासी हेमा धाकड़ ने ऑल ओवर 405 और ओबीसी कैटेगरी में 237 वीं रैंक हासिल कर उपखंड क्षेत्र का नाम रोशन किया।
हेमा वर्तमान में राजकीय महात्मा गांधी थड़ौदा स्कूल में मई से प्रधानाचार्य पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले वे वाइस प्रिंसिपल, लेक्चरार, सेकेंड ग्रेड और पटवारी के पद पर राजकीय सेवा में रही हैं। हेमा ने बताया कि यह सफलता उन्हें छठे प्रयास में मिली, जबकि इससे पहले तीन बार मेन्स परीक्षा में सफलता नहीं मिल पाई थी।
हेमा की कहानी संघर्ष और प्रेरणा का अद्भुत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि उनके पिता शंकरलाल धाकड़ की इच्छा थी कि परिवार से कोई कलेक्टर बने, जिससे परिवार को गौरव महसूस हो। हेमा पांच बहनों और एक भाई के बीच पली-बढ़ीं। पिता की प्रेरणा और परिवार के सहयोग से उन्होंने हर संभव प्रयास किया।

हेमा ने बताया कि उनका राजकीय नौकरी में जाना और आरएएस बनने तक का सफर संघर्षपूर्ण रहा। ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान 2007 में 19 साल की उम्र में उन्होंने जावदा निवासी सुनील से शादी की। इस दौरान पिता के अरमान पूरे करने की चाहत और बच्चों की परवरिश के बीच कठिनाइयों का सामना किया। पटवारी से प्रिसिपल तक का सफर उन्होंने कठिन मेहनत और लगन के साथ तय किया।
ससुराल में रिटायर्ड गिरदावर जीतमल धाकड़ और सासू घिसी देवी हमेशा परिवार को गौरव देने के लिए प्रेरित करते रहे, जिससे हेमा ने यह मुकाम हासिल किया। उन्होंने कहा, सरकारी नौकरी में तो मौका मिला था, लेकिन परिवार और क्षेत्र के लिए गौरव प्राप्त करने का अवसर अब मिला है। इस उपलब्धि में मेरे माता-पिता और ससुराल का सहयोग मेरी सबसे बड़ी ताकत रहा।
हेमा की यह सफलता न केवल बिजोलिया क्षेत्र के लिए गर्व की बात है, बल्कि उन सभी के लिए प्रेरणा है जो जीवन में कठिन परिश्रम, लगन और परिवार के सहयोग से अपने लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं। उनकी कहानी यह संदेश देती है कि संघर्ष, धैर्य और सही प्रेरणा से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। सुनील के पति क्षेत्र में सेंड स्टोन का व्यवसाय करते है ।
