पूर्व सीएम ने इशारों-इशारों में मन की बात अंता की नामांकन सभा में कह दी। बोले- नेता को घमंड नहीं करना चाहिए। सवाल ये कि इशारा किसकी तरफ था। सवाई माधोपुर में कृषि मंत्रीजी ने खाद-बीज के गोदाम पर छापा मारा। इस दौरान नजर आया उनका ‘फैन’।
1. पूर्व सीएम ने किसको दी नसीहत?
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक इंटरव्यू में कहा था कि पूर्व डिप्टी सीएम के साथ सब कुछ सामान्य है। मनमुटाव की बातें पुरानी हो गईं।
लेकिन अंता में भायाजी की नामांकन सभा में उन्होंने मंच से मन की बात कह डाली। कहा- नेताओं को कभी घमंड नहीं करना चाहिए।
आगे कहा- वे जो कुछ भी हैं, पार्टी की वजह से हैं। पार्टी के कारण ही उनकी पहचान प्रदेश और देश तक है।
पूर्व मुखियाजी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर अटकलें चल रही हैं। कोई कह रहा है कि नसीहत पायलट साब के लिए थी। किसी ने कहा भायाजी ही निशाने पर थे।
2. बस को ‘हवाईजहाज’ बनाने वाले चक्काजाम पर उतरे!
त्योहार का सीजन है। बस अड्डों पर आने और जाने वालों की भीड़ है। प्राइवेट बस वालों के लिए यह सीजन चांदी कूटने का होता है।
लेकिन जैसलमेर में 22 लोगों की जान लेने वाली बस ने परिवहन विभाग की आंखें खोल दी। दबाव में ही सही RTO-DTO ने चालान काटे। नियम तोड़ने वाली बसें सीज की।

इसके बाद जोधपुर से प्राइवेट बस एसोसिएशन का एक लेटर जारी हुआ। इसमें लिखा कि आरटीओ-डीटीओ एकतरफा कार्रवाई कर रहे हैं।
धमकी सी दी- आगामी आदेश तक जोधपुर से किसी भी रूट पर बसें नहीं चलाएंगे। ऑनलाइन पोर्टल पर चार्ट को बंद कर दो।
एक जागरूक नागरिक ने सोशल मीडिया पर हकीकत बयान की और सवालों पर सवाल दागे।
लिखा- इनकी दादागिरी देखो। 2 दिन नियम से चले तो चक्काजाम पर उतर आए। भेड़-बकरी की तरह सवारियां ठूंसते हैं। रोड पर बस को हवाईजहाज बना देते हैं।
लगेज में नहीं ले जाने वाली चीजें भी पैसों के लालच में ले जाते हैं। न फिटनेस, न इंश्योरेंस न इमरजेंसी एग्जिट। नियम सख्ती से लागू हों तो ये एक दिन भी नहीं चल सकते।
3. किरोड़ी बाबा को मिल गया ‘फैन’
किरोड़ी बाबा जहां जाते हैं छा जाते हैं। एकदम एक्शन में रहते हैं। कभी उनसे कोई पुराना दोस्त टकरा जाता है। तो कभी 85 साल की बुजुर्ग महिला अपनी फुर्ती के किस्से सुनाने लगती हैं।
इस बार कृषि मंत्रीजी सवाई माधोपुर के गंगापुर सिटी कस्बे पहुंचे थे। नकली खाद बीज के खिलाफ वे अभियान चलाए हुए हैं। ऐसे में एक कारखाने में पहुंच गए।
कारखाने में खाद की वजह से गर्मी थी। कुछ गर्मी खुद किरोड़ी बाबा की भी थी। बाबा को गर्मी से परेशान देख एक युवक ने तुरंत ‘फैन’ यानी पंखे का इंतजाम किया।

वहीं से कोई गत्ता उठाया और हवा झलने लगा। किरोड़ी बाबा भी बोरियों का सहारा लेकर पीछे से आ रही हवा का आनंद लेते रहे।
4. चलते-चलते…
वे कृषि यूनिवर्सिटी के वीसी थे। कुछ दिन में रिटायरमेंट होने वाला था। रिटायर होने से पहले वे अपना जलवा दिखाना चाहते थे।
सीमा में रहकर जलवा दिखाया नहीं जा सकता। लिहाजा वे सीमा से बाहर निकले। उन्होंने कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया। मनमाने ढंग से तबादले कर दिए।
बात राज्यपाल तक पहुंच गई। राज्यपाल ने भी जलवा दिखाया। रिटायरमेंट से 8 दिन पहले साहब को सस्पेंड कर दिया। साहब हाईकोर्ट पहुंच गए। दलील दी।
दलील हाईकोर्ट के गले उतरी। आखिर रिटायरमेंट के दिन ही साहब ने दोबारा जॉइन किया और फिर धूम-धड़ाके से रिटायर हुए।
