नगरपालिका से मिली बेरोजगारी और भेदभाव के चलते युवक ने की आत्महत्या, परिवार और समाज में शोक की लहर

BHILWARA
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बिजोलिया। नगर पालिका में क्रमोन्नत होने के बाद सफाई कर्मचारियों की संख्या घटाकर 93 से 30 करने और वाल्मीकि समाज के अतिरिक्त लंबे समय से काम कर रहे हैला समाज के लोगों को नौकरी से हटाने के बाद आहत एक युवक ने शुक्रवार देर रात घर पर खुदकुशी कर ली।

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हैड कांस्टेबल राम सिंह मीणा ने बताया कि मृतक इकबाल पिता सफी मोहम्मद हैला (40 वर्ष), निवासी हैला मोहल्ला मस्जिद के पास, पिछले तीन महीनों से बेरोजगारी से परेशान था। जिसके चलते उसने कमरे में चुनरी का फंदा लगा सुसाइड कर लिया । मृतक के बेटे सकील ने बताया कि उसके पिता पिछले कई दिनों से बेरोजगार थे । उनके घर में तीन बच्चे और पत्नी हैं। बेरोजगारी के कारण परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो गया था।

इकबाल

सक़ील ने बताया कि हैला समाज के लोगों ने कई बार इस भेदभाव के मुद्दे को लेकर जिला कलेक्टर और नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी से शिकायत की और सफाई कर्मचारी के रूप में नियुक्ति की मांग की, लेकिन लंबे समय तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

शुक्रवार रात उसके पिता ने घर पर चुनरी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के समय परिवार के अन्य सदस्य हॉल में सो रहे थे। सुबह पत्नी उसे उठाने गई तो उसे फंदे पर लटका देखा, जिससे उनका होश उड़ गए और उन्होंने शोर मचाया। इसके बाद पड़ोसियों ने तुरंत युवक को अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस घटना के बाद हैला समाज के लोग गुस्सा और शोक व्यक्त कर रहे हैं।

इस दर्दनाक घटना ने बेरोजगारी, समाजिक भेदभाव और रोजगार में असमानता जैसे मुद्दों को फिर से चर्चा में ला दिया है।