भीलवाड़ा। समस्त सिन्धी समाज ने शुक्रवार को भारत सरकार, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, कलेक्टर, सांसद दामोदर अग्रवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा और भाजपा प्रत्याशी विठ्ठल शंकर अवस्थी को ज्ञापन सौंपकर छत्तीसगढ़ क्षेत्रीय जोहार पार्टी के अध्यक्ष अमित बघेल के खिलाफ देशद्रोह की कार्रवाई की मांग की।
सिन्धु संस्कार सेवा समिति के अध्यक्ष हरीश मानवानी ने बताया कि अमित बघेल ने सिन्धी समाज को पाकिस्तानी बताया और इसे साबित करने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि जब 15 अगस्त 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ था, तब अखंड भारत जाति के आधार पर दो हिस्सों में बंट गया। उस समय सिन्धी समाज ने अपने मातृभूमि सिन्ध को देश और धर्म के लिए त्याग दिया। यह त्याग 14 अगस्त 1947 को किया गया था, जो भारत के इतिहास में सबसे बड़ा त्याग है।
मानवानी ने कहा कि आज जबकि अंग्रेज भारत को “इंडिया” और सिन्ध नदी को “ईडन रिवर” नाम देने की कोशिश कर रहे थे, तब भारत के सनातनियों ने इसे नाकाम किया था। लेकिन अब अमित बघेल ने जोहार पार्टी के मंच से पाकिस्तान का मुद्दा उठाकर देश की एकता पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने मांग की कि जोहार पार्टी को प्रतिबंधित किया जाए और अमित बघेल पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि भगवान झूलेलाल वरुण देव जल से प्रकट हुए थे, उनकी सवारी मछली थी, और इसी पर राजनीतिक फायदा लेने के लिए बघेल ने आपत्तिजनक टिप्पणी की है, जिससे पूरे भारत का सिन्धी समाज आहत है। भले ही आज सिन्ध पाकिस्तान में है, पर सिन्धी समाज का दिल आज भी अखंड भारत से जुड़ा है। हमारी कुलदेवी हिंगलाज माता और वेदों की भूमि सिन्ध से हमारा आत्मिक संबंध आज भी जीवित है।
भारत सरकार और भाजपा सरकार से निवेदन किया गया कि देश में ऐसे कई लोग हैं जो अपने राजनीतिक लाभ के लिए समाज की भावनाओं से खेलते हैं और देश तोड़ने वाले बयान देते हैं। ऐसे लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

सुबह 9 बजे सिन्धी समाज के लोग एकत्रित हुए और 11 बजे तक अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। समाज के वरिष्ठजन हेमंत दास भोजवानी, उद्धव दास भगत, गुरदास लखवानी, पार्षद इन्दू दिदी, किशोर सोनी, चन्दप्रकाश चन्दवानी, दिलीप केशवानी, लालचंद नथरानी, मघाराम भगत, डालूमल सोनी, जितेन्द्र मोटवानी, हिरालाल गुरनानी, जितेन्द्र रंगलानी, नरेश रामचन्दानी, दिलीप रावानी, राजेश माखीजा, मोहन लूधानी, महेश खोतानी, अनिल छाबड़ा, दिपेश दत्ता आदि ने समाज को मार्गदर्शन दिया।
भीलवाड़ा के सातों झूलेलाल मंदिर की कार्यकारिणी, सिन्धी सेंट्रल पंचायत, सिन्धु संस्कार सेवा समिति और सकल सिन्धी समाज ने मिलकर सूचना केंद्र से झूलेलाल भजनों और भारत माता की जय के नारों के साथ कलेक्ट्री तक रैली निकाली। आक्रोशित समाज ने अमित बघेल का पुतला दहन किया।
इस अवसर पर बिगोद, माण्डलगढ़ सहित आसपास के क्षेत्रों से भी सिन्धी समाज के सैकड़ों सदस्य पहुंचे, जिनमें लोकेश चन्दनानी, प्रकाश कोरानी, राजू बदलानी, डॉ. विशाल, परमानन्द गुरनानी, जेठानी, कोमल चावला, चित्रा लोहानी, शेरू निहालानी, मनोज भोजवानी, राजकुमार दरयानी, राजकुमार टहल्यानी, सुरेश लोगवानी, दीपक खुबवानी, हरीकिशन टहल्यानी, आशिष चदवानी, कमल पहलवानी, शंकर मानवानी सहित हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे।
अंत में समाज के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और आरोपी पर देशद्रोह की कार्रवाई की मांग दोहराई।
