अंता विधानसभा उपचुनाव में सांकली गांव के लोगों ने सड़क निर्माण को लेकर मतदान का बहिष्कार कर दिया। इस बीच निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा गांव पहुंचे और कीचड़ से सनी सड़क पर धरना देने लगे।
बारां। जिले की अंता विधानसभा सीट पर मंगलवार को शांतिपूर्ण माहौल में जारी मतदान के बीच नया बवाल खड़ा हो गया। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा कीचड़ भरे रास्ते में धरने पर बैठ गए। वहीं निर्वाचन आयोग के निर्देशों के तहत मतदाताओं को मोबाइल फोन लेकर मतदान केंद्रों में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। दोपहर 3 बजे तक लगभग 64.68 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
इस बीच, सांकली गांव में ग्रामीणों ने अपनी स्थानीय समस्याओं को लेकर मतदान का बहिष्कार कर दिया। गांव के लोग सड़क और श्मशान की व्यवस्था की मांग पर अड़े रहे। ग्रामीणों के समर्थन में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा गांव पहुंचे और कीचड़ भरे स्थान पर धरने पर बैठ गए। बाद में उन्होंने प्रशासन से बातचीत के बाद धरना समाप्त किया।

नरेश मीणा ने ग्रामीणों से क्या कहा?
नरेश मीणा ने कहा कि वे ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत हैं और विधायक बनने पर इन मुद्दों का समाधान प्राथमिकता से करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन भाजपा नेताओं के प्रति नरमी दिखा रहा है, जबकि उनके समर्थकों को पुलिस निशाना बना रही है। मीणा ने दावा किया कि कांग्रेस नेताओं से बड़ी मात्रा में नकद राशि और शराब बरामद हुई, लेकिन उस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
अंता में त्रिकोणीय मुकाबला
अंता सीट पर कुल 15 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें भाजपा से मोरपाल सुमन, कांग्रेस से प्रमोद जैन भाया और निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है।
नए वोटर्स में उत्साह
विधानसभा क्षेत्र के 268 मतदान केंद्रों पर 2,27,563 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। संवेदनशील केंद्रों पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की तैनाती की गई है। मतदान शाम 6 बजे तक चलेगा, जिसके बाद सभी ईवीएम को बारां के स्ट्रॉन्ग रूम में सुरक्षित रखा जाएगा। मतदान को लेकर मतदाताओं, विशेषकर महिलाओं और पहली बार वोट करने वाले युवाओं में उत्साह देखा गया। कई वरिष्ठ नागरिक भी व्हीलचेयर की सहायता से मतदान केंद्र पहुंचे।
