शाहपुरा में संचिना कला संस्थान द्वारा “वंदे मातरम उत्सव” का रंगारंग आयोजन

BHILWARA
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शाहपुरा। मूलचन्द पेसवानी
आलोक सेंट्रल स्कूल, शाहपुरा का प्रांगण शनिवार को देशभक्ति की उमंग और सांस्कृतिक लोक-रंग से सराबोर हो उठा, जब संचिना कला संस्थान की ओर से संस्थान के 28वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित “वंदे मातरम उत्सव” का भव्य आयोजन हुआ। कार्यक्रम में विविध प्रस्तुतियों के साथ-साथ राष्ट्रगान, देशभक्ति गीतों और भावनाओं का अनोखा संगम देखने को मिला।

कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के अध्यक्ष राम प्रसाद पारीक एवं विद्यालय के निदेशक वीरेंद्र व्यास द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर अध्यक्ष राम प्रसाद पारीक ने संस्थान की 28 वर्षों की उपलब्धियों और सामाजिक-सांस्कृतिक योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “वंदे मातरम” केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारतीयों के हृदय में गूंजने वाला राष्ट्रप्रेम का अमर मंत्र है। उन्होंने कहा कि यह गीत आज भी देशवासियों में अद्भुत ऊर्जा, जोश और एकता का संचार करता है।

“हिंदुस्तानी मदारी” का प्रभावशाली एकल अभिनय

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहे एडवोकेट दीपक पारीक, जिन्होंने “हिंदुस्तानी मदारी” शीर्षक से प्रस्तुत एकल अभिनय के माध्यम से दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। उनकी अभिव्यक्ति, संवाद अदायगी और मंच संचालन ने उपस्थित कला प्रेमियों के मन में गहरी छाप छोड़ी। मंचन में उन्होंने यह संदेश दिया कि 150 वर्ष बाद भी ‘वंदे मातरम’ भारतीयों के हृदय में देशभक्ति की लौ प्रज्वलित करता है, और हर विपरीत परिस्थिति में यह गीत हमारा संबल बनता है।

“वंदे मातरम” का गौरवशाली इतिहास प्रेरणा का स्रोत—विरेंद्र व्यास

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आलोक सेंट्रल स्कूल के निदेशक वीरेंद्र व्यास ने कहा कि “वंदे मातरम” का इतिहास भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरक गाथा समेटे हुए है। डेढ़ सौ वर्षों से यह गीत राष्ट्रप्रेम, त्याग और बलिदान की भावना को जीवित रखता आया है। उन्होंने विद्यालय की शैक्षणिक प्रगति, सह-पाठ्य गतिविधियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जानकारी भी उपस्थित जनों के साथ साझा की।

आभार प्रदर्शन

कार्यक्रम के अंत में श्रीमती उषा व्यास ने सभी अतिथियों, कलाकारों, प्रतिभागियों और आयोजकों का हृदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज में सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ विद्यार्थियों में देशभक्ति की भावना भी प्रबल करते हैं।

इस अवसर पर श्रीमती उषा व्यास, दुर्गालाल धाकड़, विष्णु जांगिड, सुषमा सेन, गौतम तिवाड़ी, राजेश सेन, मुकेश साहू, महेश गुर्जर, देवकिशन कोली, गुड्डी बानू, दिव्या श्रीवास्तव सहित विद्यालय का संपूर्ण स्टाफ एवं अनेक कला प्रेमी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।