भीलवाड़ा । हमीरगढ़ हवाई पट्टी के पास जंगल में बकरी चरवाहे सोहन लाल गाडरी की हत्या और बक रों की चोरी का मामला सुलझ गया। पुलिस ने चित्तौडग़ढ़ जिले के विजयपुर थाने की कंजर बस्ती मोती मगरी निवासी पिलेश उर्फ पिलिया कंजर (26) को गिरफ्तार कर लिया। गैंग के बाकी सदस्यों की पुलिस तलाश कर रही है।
यह थी घटना
13 नवंबर 2025 को हमीरगढ़ हवाई पट्टी के पास जंगल में सोहन लाल गाडरी (69) के हाथ-पैर बंधे और मुंह टॉवल से बंधा हुआ पड़ा मिला। मौके पर दो बकरे भी गायब थे। उनके पुत्र देवीलाल और बेटी अनिता ने उन्हें एमजीएच भीलवाड़ा अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट पर हत्या का केस दर्ज किया। मामले की जांच थाना प्रभारी संजय गुर्जर ने की।
वारदात का तरीका
आरोपी पिलेश और उसके साथियों ने मोटरसाइकिल से सोहन लाल के घर और जंगल की रैकी की। बकरों को चोरी करने के लिए सोहन लाल के हाथ-पैर और मुंह बांधकर दो बकरे लेकर घटनास्थल से भाग गए।

पुलिस टीम का गठन
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी धर्मेंद्र सिंह के निर्देशन में अति पुलिस अधीक्षक पारस जैन और सहायक पुलिस अधीक्षक माधव उपाध्याय आईपीएस के सुपरविजन में थानाधिकारी हमीरगढ़ संजय गुर्जर के नेतृत्व में टीम का गठन किया।
आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड
पिलेश उर्फ पिलिया कंजर के खिलाफ पहले भी 11 मामले दर्ज हैं, जिसमें चोरी, डकैती, भादस की विभिन्न धाराएँ शामिल हैं।
पुलिस की आगामी कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि गैंग के अन्य आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए तलाश जारी है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल कॉल डिटेल्स का विश्लेषण कर अन्य अपराधियों की पहचान की जा रही है।
यह थे टीम में शामिल
हमीरगढ़ थाना प्रभारी संजय गुर्जर, एएसआई नरपत सिंह, विशंबर दयाल सीओ सदर ऑफिस, कांस्टेबल नेतराम गुर्जर, बलवीर, सुनील, शांतिलाल, राहुल, दिनेश, कुशवेंद्र, शंभु, दिलीप सिंह, अनिल, हरवीर, पवन, गौतम, चंद्रपाल, दीपक आदि शामिल थे।
