वीडियो न्यूज़ः धूल के गुबार से दुकानदार परेशान, श्वास व दमा जैसे रोग बढ़े भीलवाड़ा फ़ोकस ने मालीपुरा में दुकानदारों और स्थानीय नागरिकों से बातचीत कर जानी समस्या

BHILWARA
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बिजौलिया। नगर पालिका क्षेत्र के नयागांव स्थित मालीपुरा में सात झंडे वाले बालाजी मंदिर के सामने सड़क की हालत वर्षों से बदतर बनी हुई है। स्थायी मरम्मत की जगह हर बार केवल अस्थायी और वैकल्पिक काम कर समस्या को टाल दिया जाता है। इस बार भी सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने सड़क के गड्ढों में मिट्टी डालकर मरम्मत का औपचारिक काम कर दिया, लेकिन यह व्यवस्था अब लोगों के लिए खतरा बनती जा रही है।भीलवाड़ा फ़ोकस टीम आज मौके पर पहुंची और दुकानदारों व स्थानीय लोगों से सीधी बातचीत कर उनकी वास्तविक समस्या जानी। दुकानदारों ने बताया कि सड़क पर डाली मिट्टी हवा में उड़कर घना धूल का गुबार बनाती है, जिससे उनका पूरा दिन उसी में गुजरता है। लगातार धूल के संपर्क में रहने से श्वास संबंधी दिक्कतें, एलर्जी और दमा जैसे रोगों के लक्षण बढ़ रहे हैं।

स्थानीय दुकानदारों का कहना है मिट्टी उड़ने से दुकानें हर घंटे धूल में ढक जाती हैं। सांस लेने में तकलीफ़, आंखों में जलन और खांसी बढ़ गई है। कई बार अधिकारियों को शिकायत दी, लेकिन समाधान आज तक नहीं हुआ।

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हल्की बारिश या नमी आने पर यही मिट्टी कीचड़ बनकर सड़क पर फिसलन पैदा करती है, जिससे बाइक सवारों और राहगीरों के फिसलने की घटनाएँ भी हो चुकी हैं।

चौंकाने वाली बात यह है कि इसी मार्ग पर प्रशासनिक अधिकारियों, कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों का रोजाना आना-जाना रहता है, फिर भी सड़क की स्थायी मरम्मत, जल निकासी और नाली निर्माण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों की उपेक्षा जारी है।

यह मार्ग भीलवाड़ा, कोटा, चित्तौड़गढ़ और उदयपुर जैसे बड़े शहरों को जोड़ने वाला प्रमुख संपर्क मार्ग है। इसके बावजूद वर्षों से यहां टेंपरेरी उपायों के भरोसे काम चलाया जा रहा है।

स्थानीय लोगों ने भीलवाड़ा फ़ोकस से मांग की कि प्रशासन जल्द से जल्द स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए, ताकि हादसे और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ने से रोकी जा सकें।