सलावटिया : विकास जैन
शंभूपुरा चौराहे से सतकुडिया तक और इसी मार्ग से जुड़े ब्रजपुरा, देरोली, हेमनिवास, आंट, कैरखेड़ा व मोगरवास के ग्रामीण लंबे समय से खराब सड़क की समस्या से जूझ रहे हैं। पूरा मार्ग जगह जगह से उखड़ चुका है। बड़े गड्ढों पर मिट्टी डालकर की गई अस्थायी मरम्मत अब लोगों के लिए खतरा बनती जा रही है।

सूखी मिट्टी हवा के साथ उड़कर धूल का गुबार बनाती है, जिससे शंभूपुरा के दुकानदारों और राहगीरों को गंभीर परेशानी हो रही है।
दुकानदार मुकेश व रमेश ने बताया कि लगातार उड़ती धूल के कारण लोगों में सांस, एलर्जी, दमा, आंखों में जलन और सीने में भारीपन जैसी स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। दुकानों में धूल की मोटी परत जमने से कारोबार भी प्रभावित हो रहा है।
हल्की बारिश होते ही यही मिट्टी कीचड़ में बदलकर सड़क पर फिसलन पैदा कर देती है, जिससे बाइक सवारों के गिरने की घटनाएं सामने आई हैं।

सड़क के आस-पास स्थित खनन क्षेत्र के कारण डम्पर, लोडर व ट्रैक्टरों की आवाजाही से धूल का गुबार और भी बढ़ जाता है, जिससे राहगीरों व वाहन चालकों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि खननकर्ताओं द्वारा टैंकर से सड़क पर नियमित पानी छिड़काव करवाया जाए, ताकि धूल की समस्या से राहत मिल सके। साथ ही क्षेत्रवासियों ने सार्वजनिक निर्माण विभाग से जल्द से जल्द सड़क निर्माण कार्य शुरू करने की अपील की है।
