पीपलोदी स्कूल हादसे पर गहरा रोष, मृतकों के परिजनों को 1 करोड़ मुआवज़ा और सरकारी नौकरी की मांग

BHILWARA
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शाहपुरा (राजेन्द्र खटीक)।

झालावाड़ जिले के पीपलोदी गांव में हाल ही में हुए सरकारी स्कूल भवन हादसे में सात मासूम छात्रों की दर्दनाक मौत और कई के गंभीर घायल होने की घटना को लेकर पूरे राजस्थान में गहरा रोष व्याप्त है। भीम आर्मी भारत एकता मिशन और संविधान बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में सोमवार को भीलवाड़ा जिला मुख्यालय पर शिक्षामंत्री का पुतला दहन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।

सरकारी तंत्र की घोर लापरवाही उजागर

संघर्ष समिति के जिला संयोजक मोतीलाल सिंघानिया ने बताया कि पीपलोदी के सरकारी स्कूल में यह हादसा उस समय हुआ जब जर्जर भवन में छात्रों को जबरन बैठाया गया था। छात्रों ने भवन की खस्ताहाली की जानकारी पहले ही स्कूल स्टाफ को दे दी थी, इसके बावजूद उन्हें वहां बैठाया गया। मृतक छात्र अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय से थे। यह घटना सरकारी तंत्र की लापरवाही और शिक्षा विभाग की घोर नाकामी को दर्शाती है।

भीम आर्मी ने पांच सूत्रीय मांगें रखीं

भीम आर्मी के जिला संयोजक पंकज डीडवानिया ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से निम्नलिखित मांगें की गईं:

प्रत्येक मृतक छात्र के परिवार को ₹1 करोड़ मुआवजा दिया जाए। प्रत्येक मृतक छात्र के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। गंभीर रूप से घायल छात्रों को ₹10 लाख की आर्थिक सहायता दी जाए। प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी झालावाड़, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, पूर्व सीबीईईओ, पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी, समग्र शिक्षा सहायक अभियंता, और संबंधित अधिकारियों को निलंबित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। राज्य के सभी स्कूलों में भवन की वार्षिक स्थिति रिपोर्ट देने हेतु ग्रामीणों और विद्यालय की संयुक्त समिति बनाई जाए, जो रिपोर्ट कलेक्टर और सरकार को सौंपे।

दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग

ज्ञापन में राज्य सरकार से मांग की गई कि दोषियों के विरुद्ध तुरंत कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाए। साथ ही, भविष्य में इस प्रकार की त्रासदी को रोकने के लिए सभी सरकारी स्कूल भवनों की समय-समय पर मरम्मत करवाई जाए तथा इस कार्य हेतु समुचित बजट जारी किया जाए।

ये रहे मौजूद

ज्ञापन देने वालों में पंकज डीडवानिया (जिला अध्यक्ष, भीम आर्मी), मोतीलाल सिंघानिया (जिला संयोजक, संविधान बचाओ संघर्ष समिति), चिरंजीलाल बरौलिया (जिला अध्यक्ष, आज समाज पार्टी), चंद्रप्रकाश लोहार (जिला अध्यक्ष, ओबीसी मोर्चा), एडवोकेट कन्हैयालाल रेगर, मनोहरलाल बैरवा, चांदमल, लोकेश सहित कई कार्यकर्ता एवं सामाजिक प्रतिनिधि उपस्थित थे।