बिजौलिया।
राणा जी का गुढ़ा गांव में करंट की चपेट में आने से युवक युवराज भाट की मौत के बाद ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए माण्डलगढ़ विधायक गोपाल खण्डेलवाल की पहल पर प्रशासन और विद्युत विभाग हरकत में आ गया है। ग्रामीणों से बनी सहमति के बाद अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (AVVNL) ने घटना की त्वरित जांच के आदेश जारी किए हैं।
जारी कार्यालय आदेश के अनुसार, 01 अगस्त 2025 को राणा जी का गुढ़ा (बिजौलिया) क्षेत्र में हुए हादसे की विस्तृत जांच के लिए अधीक्षण अभियंता (प.व.स.) अविविनिलि भीलवाड़ा को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्हें 7 दिन के भीतर दुर्घटना के कारणों, जिम्मेदार अधिकारियों/कर्मचारियों की भूमिका और लापरवाही के पहलुओं पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।

आदेश में कहा गया है कि जांच अधिकारी घटना के कारणों के साथ-साथ भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं रोकने के लिए आवश्यक सुझाव भी प्रस्तुत करें। साथ ही शटडाउन/ब्रेकडाउन रिपोर्ट, संबंधित कर्मचारियों की ड्यूटी चार्ट, प्रथम सूचना रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी संलग्न की जाएंगी।
गौरतलब है कि ग्रामीणों ने लापरवाह विद्युत अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर शुक्रवार शाम से शनिवार सुबह तक मोर्चरी के बाहर धरना दिया था। इसके बाद विधायक खण्डेलवाल, पूर्व प्रधान गोपाल मालवीय और अन्य जनप्रतिनिधियों की पहल पर समझौता हुआ और धरना समाप्त हुआ।
