उमराह यात्रा कर आपणो देश हिंदुस्तान लोटने पर क्षेत्र में अच्छी बारिश खुशहाली की मांगी दुआ
आकोला क्षेत्र से मक्का मदीना की उमराह यात्रा पर जाने वाले मोहम्मद खुदा बख्श व उनकी अहलिया शरीफन बानू रंगरेज आज मक्का मदीना की जियारत करके वापस आने पर जायरीनों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर, ढोल नगाड़े की धुन पर लोग खुशी से झूम उठे। कस्बे के खुदा बख्श रंगरेज ने बताया कि मक्का मदीना की जियारत हर मुसलमान की तमन्ना होती है और इससे दिल को सुकून और ईमान ताजा होता है, मक्का और मदीना, इस्लाम के दो सबसे पवित्र शहर हैं। मक्का में काबा है, जिसे इस्लाम में सबसे पवित्र स्थान माना जाता है, और मदीना में पैगंबर मुहम्मद का रोजा (कब्र) है. मक्का पैगंबर मुहम्मद का जन्मस्थान है, और मदीना वह शहर है जहां उन्होंने 622 ईस्वी में मक्का से हिजरत की थी. मक्का और मदीना की यात्रा, जिसे ‘जियारत’ कहा जाता है, मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है
इस अवसर पर आपणो देश हिंदुस्तान लौटने पर परिजनों ग्रामीणों ने खुदा बख्श व उनकी अहेलियां शरीफन बानो का फुल माला से स्वागत किया, मांगू जी गाडरी , कैलाश तेली , श्याम तेली , जगदीश तेली , रोशन धोबी , महबूब जी, फारुख जी , निजामुद्दीन , कमरूदीन , गफ्फार , रफीक , जाकिर , शरीफ ,शमशुद्दीन , मकबूल , बाबू , आजाद , निशार , अशफाक , इमरान , तालिब , शकील , शाहरुख , शाहिद , इरफान , शराफत , अल्फेज, मोनू , सलमान , आमीन,ओवेश , हुसैन , अर्श , अदनान , अरमान , आयान , हैदर ,हगामी बई , चांदी तेली , बबली धोबी , गीता बाई तेली , उपस्थित थे
