*सत्ता और संगठन के समन्वय पर दिया जोर, ली अधिकारियों की विस्तृत रिपोर्ट*
भीलवाड़ा 25 अगस्त। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के ध्येय की तर्ज पर ‘विकसित राजस्थान – 2047’ के संकल्प की प्राप्ति हेतु प्रदेश में सत्ता और संगठन के बेहतर समन्वय को दृष्टिगत रखते हुए मुख्यमंत्री आवास पर प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, वित्त आयोग अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, सीपी जोशी एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की विशिष्ट उपस्थिति में लोकसभा अनुसार दो चरणों में ‘सांसद–विधायक संवाद’ कार्यक्रम के तहत चिंतन बैठक ली। प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र से सांसद, सांसद प्रत्याशी, विधायक, विधायक प्रत्याशी एवं भाजपा जिलाध्यक्ष को बैठक में आमंत्रित किया गया था।
जिला प्रवक्ता अंकुर बोरदिया ने बताया कि चिंतन बैठक में भीलवाड़ा लोकसभा से सांसद दामोदर अग्रवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा, विधायक उदयलाल भडाना, लादूलाल पीतलिया, लालाराम बैरवा, गोपीचंद मीणा, जब्बरसिंह सांखला, गोपाल खंडेलवाल, अशोक कोठारी एवं विधायक प्रत्याशी विट्ठलशंकर अवस्थी मौजूद रहे। सीएम भजनलाल शर्मा ने प्रथम चरण में भीलवाड़ा, चित्तौड़, उदयपुर, राजसमंद एवं बांसवाड़ा – डूंगरपुर की संयुक्त बैठक एवं द्वितीय चरण में भीलवाड़ा लोकसभा की पृथक से बैठक ली।
मुख्यमंत्री ने बैठक में विकसित राजस्थान–2047 की रूपरेखा, प्राथमिकताओं और दीर्घकालिक लक्ष्यों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने सत्ता एवं संगठन के बेहतर समन्वय पर विशेष जोर देते हुए कहा कि सत्ता से जुड़े जनप्रतिनिधि संगठन की बैठकों में सक्रियता से भाग लें और संगठन के पदाधिकारी जनता के बीच अपनी भागीदारी बढ़ाएं। सीएम ने विधानसभा अनुसार बजट क्रियान्वयन की स्थिति, आगामी पंचायतराज एवं निकाय चुनाव की तैयारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों की बैठकों के साथ ही उनकी जनता के बीच सक्रियता की समीक्षा की। इसी के साथ सीएम ने सांसद और जिलाध्यक्ष के बीच समन्वय को लेकर विशेष मंत्रणा करते हुए जिले में लगे अधिकारियों के कार्यों की भी विस्तृत रिपोर्ट ली। उन्होंने इसी प्रकार की चिंतन बैठकें विधानसभा स्तर पर भी आयोजित करने की बात कही और आगामी कार्यक्रमों को भी सत्ता और संगठन के तालमेल के साथ जनप्रतिनिधियों की सक्रिय सहभागिता से ऐतिहासिक सफल बनाने का आह्वान किया।
