काछोला से पारोली रोड की बदहाली पर फूटा गुस्सा – सार्वजनिक निर्माण विभाग के खिलाफ ग्रामीणों का प्रदर्शन, बोले अब सब्र नहीं

BHILWARA
Spread the love


विक्रम सिंह @काछोला

काछोला। काछोला से पारोली तक जाने वाली सड़क की खस्ताहाल हालत ने आखिरकार ग्रामीणों का सब्र तोड़ दिया। शनिवार को ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और चेतावनी दी कि यदि तत्काल सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया तो विभाग के खिलाफ उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा।

खनिज राजस्व देने के बाद भी उपेक्षा
ग्रामीणों ने कहा कि यह इलाका राज्य सरकार को सबसे अधिक खनिज राजस्व देने वाला क्षेत्र है। लाखों-करोड़ों का राजस्व देने के बावजूद यहां की मूलभूत सुविधा सड़क तक उपलब्ध नहीं कराई जा रही। लोगों का कहना है कि PWD की लापरवाही के कारण यह सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है और हादसों का कारण बन रही है।

👇 वीडियो देखे 👇



जैन तीर्थ यात्रियों की पीड़ा
जैन धर्म के अंतरराष्ट्रीय तीर्थ स्थल चवलेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि तीर्थ स्थल आने-जाने वाले यात्रियों को सड़क की खस्ताहाल हालत से भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। यात्रियों का कहना था – “अगर प्रशासन और विभाग नहीं बना पा रहा है तो हम श्रद्धालु चंदा इकट्ठा करके सड़क खुद बना देंगे।”



गड्ढों ने छीनी राहगीरों की सुरक्षा
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क पर जगह-जगह इतने बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं कि वाहनों का निकलना तो दूर, पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। कई बार ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों को शिकायतें दीं, लेकिन PWD अधिकारियों ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई हाल ही में बनास चैनपुरा पुलिया पर हादसा हुआ जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई हे

ग्रामीणों के बयान

किशन सिंह, अमरपुरा निवासी ने कहा – “हम वर्षों से इस सड़क की मरम्मत की मांग कर रहे हैं, लेकिन विभाग केवल आश्वासन ही देता रहा। अब हालात यह हैं कि सड़क नहीं, गड्ढों का जाल बन चुकी है। अगर अब भी ध्यान नहीं दिया गया तो हमें आंदोलन करना पड़ेगा।”

शिव कुमार गुर्जर राजगढ़ ने बताया कि राजगढ़ क्षेत्र के सभी रोड खस्ताहाल में चवलेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर में यात्री आते हे परेशान होते हे इस रोड को जल्द से जल्द बनाया जाए





बनवीर सिंह चैनपुरा निवासी ने कहा – “यह सड़क हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा है। बच्चों को स्कूल ले जाना हो या बीमारों को अस्पताल पहुंचाना, हर समय परेशानी होती है। PWD की लापरवाही से लोग जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं।”


आंदोलन की चेतावनी
ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अब धैर्य की सीमा समाप्त हो चुकी है। यदि विभाग ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की तो PWD कार्यालय का घेराव कर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

ग्रामीणों का कहना था कि सार्वजनिक निर्माण विभाग क्षेत्र की समस्याओं से पूरी तरह बेखबर है और केवल कागजों में योजनाएं बना रहा है।