भीलवाड़ा – मूलचन्द पेसवानी
सेवा, समर्पण और समाज उत्थान की भावना को साकार करते हुए हंसगंगा हरि शेवा ट्रस्ट द्वारा भीलवाड़ा जिले के गुरला स्थित प्रसिद्ध हनुमान चौकी आश्रम (टेकरी के हनुमान) में आवश्यक सामग्री भेंट की गई। इस अवसर पर हरि शेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन की उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
स्वामी हंसराम उदासीन ने बताया कि ट्रस्ट की ओर से मंदिर परिसर में पानी की मोटर, स्ट्रीट लाइट और पाइप प्रदान किए गए हैं, जिससे अब श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि यह पहल मंदिर के विकास और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक सराहनीय कदम है।
मौके पर श्री बालाजी समाज सेवा समिति के अध्यक्ष महंत पुनीत दास त्यागी ने कहा कि हंसगंगा हरि शेवा ट्रस्ट द्वारा किया गया यह कार्य समाज में सेवा और सहयोग की भावना को और सशक्त बनाता है। उन्होंने कहा कि जल और प्रकाश की व्यवस्था से श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलेगी और आने वाले त्योहारों व आयोजनों के दौरान सुविधा में वृद्धि होगी।
महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने इस अवसर पर बालाजी महाराज को सुंदर माला पहनाई, हनुमान चालीसा का पाठ किया और श्रद्धापूर्वक प्रसाद अर्पित किया। उन्होंने सनातन धर्म की रक्षा और उसके प्रचार-प्रसार का संकल्प दोहराते हुए कहा,

“सनातन धर्म हमारी संस्कृति की आत्मा है, इसकी रक्षा करना हर धर्मनिष्ठ व्यक्ति का कर्तव्य है।”
उन्होंने कहा कि समाज में जब-जब ऐसे सेवा कार्य होते हैं, तब लोगों के भीतर धार्मिक आस्था और सामाजिक एकता दोनों को नई दिशा मिलती है।
समिति अध्यक्ष पुनीत दास त्यागी ने यह भी बताया कि श्री बालाजी समाज सेवा समिति शीघ्र ही अपनी कार्यकारिणी में नए सदस्यों को जोड़कर मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य प्रारंभ करेगी। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर के विकास के साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्थायी व्यवस्थाएँ भी की जाएंगी।
इस अवसर पर स्थानीय भक्तों और श्रद्धालुओं ने हंसगंगा हरि शेवा ट्रस्ट की इस सेवा भावना की खुले दिल से सराहना की। सभी ने एक स्वर में कहा कि इस प्रकार की सेवाएँ समाज में प्रेरणा का स्रोत बनती हैं और अन्य संस्थाओं को भी आगे आने की प्रेरणा देती हैं।
कार्यक्रम में अभिमन्यु सिंह, अनिल सोनी, सत्यनारायण शर्मा, ओम, चुन्नीलाल, शंकर, दिनेश चंद्र, विनोद वैष्णव, रतनलाल, पुखराज, अनिल वैष्णव, सुरेश गुर्जर, माता यशोदा, शांति देवी और श्रीमती राधा देवी सहित ट्रस्ट के पदाधिकारी, समिति सदस्य और अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
मंदिर परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान भजन-कीर्तन और प्रसाद वितरण का भी आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने भक्ति और उत्साह के वातावरण में भाग लिया और सेवा कार्य के लिए ट्रस्ट के पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
अंत में स्वामी हंसराम उदासीन ने कहा कि समाज में जब तक सेवा की भावना जीवित है, तब तक धर्म की जड़ें मजबूत रहेंगी। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपने-अपने स्तर पर धार्मिक स्थलों और समाज के कल्याण के लिए योगदान अवश्य दें।
