डॉ. जांगिड़ का नाम दर्ज हुआ एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में

BHILWARA
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हमीरगढ़। संस्कृत के क्षेत्र में भीलवाड़ा ने एक बार फिर मिशाल पेश की। राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय हमीरगढ़ के प्रधानाचार्य एवं संस्कृत शिक्षा के भीलवाड़ा जिले के जिला नोड़ल अधिकारी व संस्कृत के शिक्षाविद् डॉ० कृष्णगोपाल जांगिड़ ने संस्कृत शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करते हुए निम्बार्क वैदिक संस्कृत समिति के तत्वावधान में संस्कृत वाङ्गय सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों की रिकॉर्ड भागीदारी दर्ज करवाकर डॉ० जांगिड़ ने एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाया है।



एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड (ए.बी. आर.) की प्रतिनिधि रियाना सिंह खरे ने बताया कि संस्कृत वाङ्गय सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में डॉ. जांगिड़ के संयोजन में कुल दो लाख चालीस हजार आठ सौ सैंतीस (2,40,837) विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया जो अब तक का कीर्तिमान बनकर एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड IPNR मानकों के तहत डॉ० जांगिड़ के नाम दर्ज हुआ।

इस उपलब्धि के साथ ही भीलवाड़ा जिले का नाम अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर संस्कृत शिक्षा के मानचित्र पर उभरा है। इनको ए.बी. आर. द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में मेड़ल व प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।