भीलवाड़ा । रत्नाकर इस्पात फैक्ट्री के शिफ्ट इंचार्ज की कंपनी की स्टाफ कॉलोनी स्थित क्वार्टर में सोमवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। रात में खाना खाकर सोए कर्मचारी की सुबह अचानक मौत से साथियों में भी हैरानी है। पुलिस ने मामले को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू कर दी है। शव को मोर्चरी में सुरक्षित रखवाया गया है और परिजनों के पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के बेरीडांड, लालघाट निवासी रामआसरे सिंह उम्र 44 वर्ष रत्नाकर इस्पात फैक्ट्री में शिफ्ट इंचार्ज के पद पर कार्यरत थे। रविवार रात करीब साढ़े दस बजे वे खाना खाने के बाद स्टाफ कॉलोनी के क्वार्टर में सो गए। इसी क्वार्टर में तीन अन्य कर्मचारी भी सो रहे थे।

सुबह सभी साथी उठ गए, लेकिन रामआसरे नहीं जागे। काफी देर तक आवाज लगाने पर भी कोई हरकत नहीं हुई तो साथियों ने उन्हें हिलाकर जगाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद तुरंत कंपनी प्रबंधन और पुर थाने को सूचना दी गई।
पुलिस टीम मौके पर पहुंची और रामआसरे को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुर थाने के अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि मौत संदिग्ध प्रतीत हो रही है। इसलिए शव को मोर्चरी में रखवाया गया है। परिजन आजमगढ़ से भीलवाड़ा पहुंचेंगे, जिनकी मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है।
पुलिस टीम मौके पर पहुंची और रामआसरे को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुर थाने के अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि मौत संदिग्ध प्रतीत हो रही है। इसलिए शव को मोर्चरी में रखवाया गया है। परिजन आजमगढ़ से भीलवाड़ा पहुंचेंगे, जिनकी मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है।
