शिक्षक संघ उपशाखा फुलिया कलां की बैठक: शिक्षा और समर्पण की मिसाल

BHILWARA
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हमारा विद्यालय हमारा तीर्थ’ का संदेश देते हुए शिक्षकों ने साझा की अपने कर्तव्य की प्रतिबद्धता

शाहपुरा@(किशन वैष्णव) शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा फुलिया कलां की बैठक आज बीड़ के बालाजी स्थल पर आयोजित की गई, जिसने उपस्थित सभी शिक्षकों और कार्यकर्ताओं को शिक्षा के प्रति समर्पण और संगठन की मजबूती का जीवंत संदेश दिया। बैठक की अध्यक्षता उपशाखा अध्यक्ष रामगोपाल मीणा ने की।



इस अवसर पर प्रवासी कार्यकर्ता जगदीश गुर्जर, अजमेर संभाग संयुक्त मंत्री, उपस्थित रहे और उन्होंने संगठन को सुदृढ़ बनाने, आपसी सहयोग बढ़ाने और प्रत्येक शिक्षक तथा कार्यकर्ता की भूमिका को महत्वपूर्ण बनाने पर मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षक केवल ज्ञान देने वाले नहीं, बल्कि समाज और बच्चों के जीवन में दिशा देने वाले भी हैं।

बैठक में प्रधानाचार्य सत्यनारायण सुथार ने “हमारा विद्यालय, हमारा तीर्थ” विषय पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि विद्यालय केवल शिक्षण का स्थान नहीं, बल्कि नैतिक और सामाजिक मूल्यों का केंद्र भी होना चाहिए। उन्होंने यह संदेश दिया कि हर शिक्षक का समर्पण और मेहनत विद्यार्थियों के भविष्य को उज्जवल बनाने में निर्णायक भूमिका निभाता है।

पूर्व अध्यक्ष हनुमान प्रसाद शर्मा, शाहपुरा उपशाखा से राकेश सोनी, नवरतन मल बगड़िया और अन्य सदस्यों ने भी अपने अनुभव साझा किए और शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत होने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि शिक्षक संगठन के माध्यम से आपसी सहयोग और समस्याओं के समाधान से अपने विद्यालयों और समुदाय में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।

जगदीश गुर्जर ने प्रेरित करते हुए कहा कि संगठन की मजबूती और शिक्षकों के हितों की रक्षा केवल व्यक्तिगत प्रयास से नहीं, बल्कि मिलकर काम करने और एक-दूसरे का समर्थन करने से ही संभव है। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे अपनी जिम्मेदारियों को केवल कर्तव्य नहीं बल्कि समाज सेवा के रूप में लें।

बैठक में उपशाखा अध्यक्ष रामगोपाल मीणा, मंत्री सत्यदेव पुरोहित, सभाध्यक्ष सत्यनारायण गुर्जर, प्रधानाचार्य शंकरलाल जाट, महावीर जाट, सदस्य ओमप्रकाश चौधरी, चंद्रप्रकाश स्वर्णकार, मनोज पारीक, महावीर प्रसाद शर्मा समेत कई अन्य सदस्य उपस्थित रहे। बैठक का समापन शिक्षकों के समर्पण, संगठन के प्रति प्रतिबद्धता और शिक्षा के उज्जवल भविष्य के संदेश के साथ हुआ।