फोकस की गूँज: तिलस्वा महादेव मंदिर में भ्रष्टाचार को लेकर बवाल, ट्रस्ट सचिव को हटाने की मांग — नहीं मानी गई मांग तो 51 शिवभक्त लेंगे जल समाधि | विधायक बोले: बाउंसर तैनात कर डर का माहौल बनाया जा रहा है? भगवान के घर में बाउंसर का क्या काम

BHILWARA BIJOLIYA
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बिजौलिया |
प्रसिद्ध तिलस्वा नाथ महादेव मंदिर में भ्रष्टाचार, मनमानी और धार्मिक व्यवस्था को लेकर चल रहा विवाद और अधिक गंभीर हो गया है। भीलवाड़ा फोकस की आज के अंक में प्रकाशित खबर के बाद शनिवार को तिलस्वा की संघर्ष समिति ने विधायक गोपाल खंडेलवाल को ज्ञापन सौंपते हुए मंदिर ट्रस्ट सचिव को पद से हटाने की मांग की। समिति ने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई, तो गांव के 51 शिवभक्त कुंड में जल समाधि लेकर प्राण त्याग देंगे।

मंदिर में बाउंसर

ट्रस्ट सचिव पर भ्रष्टाचार और मनमानी के आरोप

ज्ञापन में बताया गया कि मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों पर बीते दो वर्षों से लगातार गबन और मनमानी के आरोप लग रहे हैं। समिति के अनुसार, ट्रस्ट ने 25 जुलाई (शुक्रवार) को मंदिर कार्यालय पर ताले जड़ दिए, जिससे श्रद्धालुओं को भारी असुविधा हो रही है।

₹50,000 प्रतिदिन खर्च कर बाउंसर तैनात!

संघर्ष समिति ने आरोप लगाया कि ट्रस्ट सचिव मांगीलाल द्वारा मंदिर में अनाधिकृत रूप से बाउंसरों की नियुक्ति की गई है, जिन पर प्रतिदिन लगभग ₹50,000 का खर्च किया जा रहा है। विरोध करने पर सचिव धमकियां देता है और कोर्ट केस में फंसाने की बात करता है।

विधायक का बड़ा बयान: “किस बात के बाउंसर?”

इस पूरे मामले में विधायक गोपाल खंडेलवाल ने भी खुलकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,

“मंदिर में ट्रस्ट द्वारा मनमानी की जा रही है। शुक्रवार को जैसे ही कार्यालय पर ताला लगाया गया, मैंने तुरंत जिला कलेक्टर को पूरे मामले से अवगत करा दिया। पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है।”

“मंदिर में बाउंसर क्यों? क्या भक्तों को डराने-धमकाने के लिए यह कदम उठाया गया है? देश के किसी भी मंदिर में बाउंसर नहीं होते। तिलस्वा मंदिर कोई निजी संस्थान नहीं है।”

जल समाधि की चेतावनी को गंभीरता से लिया

विधायक ने संघर्ष समिति द्वारा दी गई जल समाधि की चेतावनी को गंभीर मानते हुए कहा कि,

“इस संबंध में ज्ञापन मुझे प्राप्त हुआ है, और मैं पूरे मामले पर लगातार नजर बनाए हुए हूँ। कुछ लोग निजी स्वार्थ के चलते धार्मिक भावनाओं को आहत कर रहे हैं, जिसकी जांच जरूरी है।”

समिति की मांगें और चेतावनी

संघर्ष समिति ने मांग की है कि ट्रस्ट सचिव मांगीलाल को तुरंत पद से हटाकर मंदिर व्यवस्था को पारदर्शी किया जाए, अन्यथा वे प्राणों की आहुति देंगे। समिति का आरोप है कि भगवान के चढ़ावे और मंदिर कोष का दुरुपयोग किया जा रहा है।

ज्ञापन सौंपते समय ये लोग रहे मौजूद:

रंजीत अहीर, कुशल शर्मा, लादू लाल अहीर, शिवलाल धाकड़, राजू वैष्णव, राजू कीर, ओम कीर, महेंद्र मेघवंशी, धनराज धाकड़, अनिल धाकड़, शंभू लाल मेघवंशी, हीरालाल अहीर सहित बड़ी संख्या में शिव भक्त मौके पर उपस्थित रहे।

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