भीलवाड़ा।
“सेवा ही धर्म है” की भावना को साकार करते हुए सेवार्थ फाउंडेशन से जुड़े सक्रिय रक्तदाता अभिषेक भंडारी और अभिषेक शर्मा ने एक नवजात शिशु की जान बचाकर इंसानियत की मिसाल पेश की है।
मामला महात्मा गांधी अस्पताल का है, जहां जन्म के तुरंत बाद पीलिया से पीड़ित एक नवजात को इमरजेंसी में ओ नेगेटिव ब्लड की जरूरत पड़ी। ब्लड ग्रुप दुर्लभ होने से परिजन परेशान थे। इसी बीच सेवार्थ फाउंडेशन के माध्यम से जब अभिषेक भंडारी और अभिषेक शर्मा से संपर्क किया गया, तो दोनों युवाओं ने बिना देर किए ब्लड बैंक पहुंचकर रक्त का दान किया।
फाउंडेशन के गोपाल विजयवर्गीय ने बताया कि युवाओं का यह कदम केवल रक्तदान नहीं, बल्कि एक मासूम को जीवन देने वाला पुण्य कार्य बन गया। इनकी संवेदनशीलता और तत्परता ने यह सिद्ध कर दिया कि समाज में सेवा भावना आज भी जीवित है।