मांडल क्षेत्र में इंद्र देव की मेहरबानी से बीती देर रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने जहां किसानों के चेहरे खिला दिए, वहीं आमजन के लिए परेशानी का सबब बन गई है। भारतीय रेल के विद्युतिकरण के साथ बनाए गए रेल्वे अंडर ब्रिज इस बारिश में बड़ी समस्या बनकर सामने आए हैं। ये अंडर ब्रिज जमीनी स्तर से काफी गहरे होने और पानी निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण बरसाती पानी से लबालब भर गए हैं।
किर खेड़ा और नीमखेड़ा अंडर ब्रिज में जलभराव
किर खेड़ा अंडर ब्रिज में पानी भरने से किर खेड़ा, मांडल, गुड्डा, रेल्वे स्टेशन, संतोकपुरा, मेजा और सुरास सहित कई गांवों का मुख्य सड़क मार्ग से संपर्क कट गया है। स्थानीय निवासी लक्ष्मण किर ने बताया कि अंडर ब्रिज में भरे गंदे पानी से गुजरना वाहन चालकों और राहगीरों के लिए भारी मुसीबत बन गया है। दुपहिया वाहन चालकों को खास तौर पर ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इसी तरह नीमखेड़ा अंडर ब्रिज के हालात भी बदतर बने हुए हैं। भेरू लाल खटीक ने बताया कि रेलवे विभाग को पानी निकासी की व्यवस्था करने के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए, ताकि राहगीरों को राहत मिल सके।
स्थानीय लोगों की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि हर साल बारिश के दौरान यही स्थिति बनती है, लेकिन अब तक रेलवे विभाग की ओर से कोई ठोस समाधान नहीं किया गया। लोगों ने प्रशासन और रेलवे से जल्द से जल्द जलभराव की समस्या दूर करने की मांग की है।
