शाहपुरा पंचायत समिति की ग्राम पंचायत प्रतापपुरा और आस-पास के गांवों में जंगली सुअरों और अतिवृष्टि के कारण फसलों को भारी नुकसान हो रहा है, जिसके चलते किसानों ने मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन दिया।
युवा समाज सेवी शंकर गाडरी ने बताया कि किसानों ने ज्ञापन पत्र के माध्यम से मांग की है कि क्षेत्र में अतिवृष्टि के कारण मक्का, ज्वार, उड़द, मूंग, कपास आदि प्रमुख फसलें नष्ट हो चुकी हैं। खेतों में पानी भर गया है, जिससे ज्यादातर बोई गई फसलें खराब हो गई हैं। किसानों को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है और कर्ज की वजह से आत्महत्या जैसे कदम उठाने की नौबत आ गई है।
जंगली सुअरों का आतंक
गांवों की समस्या सिर्फ प्राकृतिक आपदा तक सीमित नहीं है, बल्कि इन दिनों जंगली सुअरों की संख्या बेतहाशा बढ़ गई है। तारबंदी के बावजूद सुअर खेतों में गड्ढा खोदकर प्रवेश कर रहे हैं और खड़ी फसलें समाप्त कर रहे हैं। लगभग हर किसान इससे प्रभावित है।
*किसानों की मांगे*
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अतिवृष्टि और सुअरों द्वारा हुए फसल नुकसान का शीघ्र मुआवजा दिलाया जाए।
क्षेत्र में राजस्व अधिकारियों से गिरदावरी करवा कर नुकसान का आकलन कराया जाए।
जंगली सुअरों के आतंक से बचाव के लिए सरकार कोई ठोस रणनीति बनाए ताकि किसानों की फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
ज्ञापन देने के दौरान महादेव बैरवा, सत्यनारायण भोपा, सांवरमल जाट, रमन बेरवा, रामकिशन जाट, लक्ष्मण जी गाडरी, राजू पटेल, पप्पू लाल बैरवा, नारायण जाट,खाना जाट, हरनाथ नागावत नन्दलाल गाडरी,शाहरुख खान, देवकरण नेता, कालू लोहार, राजू कुम्हार, शंकर लाल गाडरी, विक्रम गुर्जर, सत्तू गूगड़, इस्लाम कायमखानी, शंकर लोहार, दिलखुश जाट, नारायण गाडरी, मिट्ठू बलाई समेत अनेकों ग्रामवासी उपस्थित रहे।
*अधिकारियों से अपेक्षा*
ग्राम पंचायत प्रतापपुरा के किसान सरकार से शीघ्र राहत व ठोस कार्यवाही की अपेक्षा कर रहे हैं ताकि उनका जीवन और फसलें सुरक्षित रह सकें।
