दिलावार बोले-कांग्रेस के लोग आतंकवादियों के समर्थक रहे:टेरेरिस्ट मारे जाते हैं तो इनकी मां फूट-फूटकर रोती है, इनकी बातों पर विश्वास नहीं करना चाहिए

BHILWARA
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शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि आज आसुर शक्तियां हमें अलग-अलग करने की कोशिश कर रही हैं। अलग अलग करके हमें कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं। पता नहीं कितने प्रकार के भेद (आदिवासी, अनुसूचित जाति उत्तम जाति का)करके विदेशी ताकतों का हमें कमजोर करने का षड्यंत्र चल रहा है। उससे हमें सतर्क रहने की जरूरत है।

राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी के आरोप पर मंत्री मदन दिलावर ने कहा- उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। पहले कांग्रेस के लोग बूथ को झपट लेते थे, छापे लगा देते थे। वहीं, इनको याद आता है। चोरों को सब चोर नजर आते हैं। इनकी बातों पर कभी विश्वास करना ही नहीं चाहिए। यह तो आतंकवादियों के समर्थक रहे हैं।

इनकी मां तो बाटला हाउस एनकाउंटर में जब आतंकवादी मारे जाते हैं तो फूट कर रोती है। ये तो आतंकवादियों को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा रात को 12 बजे खटखटाते हैं। भगवान राम का मंदिर अयोध्या में ना बने ,इसके लिए प्रयत्न करते हैं। धारा 370 समाप्त न हो, वहां रहने वाले भारतीय लोगों को वोट देने का अधिकार न हो, यह भी यह बात कहते हैं। ऐसे ओछी हरकतें करने वालों की बातों पर क्या विश्वास करना है।

दुनिया की कोई भी ताकत देश की तरफ टेढ़ी निगाह से नहीं देख सकती

वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय (VMOU) में ‘सामाजिक समरसता के प्रतीक श्रीराम’ विषय पर संगोष्ठी में संबोधित करते हुए मंत्री मदन दिलावर ने कहा अगर हम सतर्क रहे और समरसता का भाव लेकर चले तो मैं समझता हूं। कभी भी दुनिया की कोई भी ताकत देश की तरफ टेढ़ी निगाह से नहीं देख सकती। अगर हमने समरसता को आत्मसात नहीं किया तो समझ लेना वो दिन दूर नहीं जब हमारा देश कमजोर हो सकता है। कमजोर देश का क्या होगा? कोई भी गुलाम बन सकता है। हमारा देश शक्तिशाली मजबूत रहे तो हमें समरसता का भाव लाना पड़ेगा।

अगर हमारे मन में कहीं भी ऊंच नीच का भाव है तो ये ठीक नहीं है। सामाजिक तौर पर जो लोग बड़े कहलाते हैं, जो छोटे कहलाते हैं। उन सबको सोचना पड़ेगा। हम दोनों हाथ पकड़ कर एक साथ चलेंगे। एक दूसरे के सुख-दुख में भागी बनेंगे। एक दूसरे को साथ लेकर, बराबर मानकर समरसता का भाव लेकर आगे बढ़ेंगे। इसमें हम सब का कल्याण है। तभी हमारा देश शक्तिशाली और मजबूत होगा और दुनिया की कोई भी ताकत हमको टेढ़ी नजर से नहीं देख पाएगी।

समरसता भारतीय समाज का मूल आधार

दिलावर ने कहा- समरसता भारतीय समाज का मूल आधार रही है। भारत आदिकाल से ही समरस रहा है। क्योंकि सनातन संस्कृति के वाहक हम हिंदुस्तानी भारत को मां के रूप में मानते हैं। जब हम समाज के सभी अंग भारत मां की संतान है तो फिर भेद कैसे? हम अलग कैसे हो सकते हैं! इसलिए भारत सदैव से ही समरस है। यही हमारे समाज का मजबूत आधार है!

श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम है। उन्होंने समाज को एक होकर हर चुनौती का सामना करने की प्रेरणा दी है। श्री राम ने केवट और निषाद राज को पूरा सम्मान दिया तो सबरी द्वारा झूठे बेर खिलाए जाने पर प्रेम पूर्वक झूठे बेर भी खाये, श्री राम ने शबरी की जाति या वर्ग को महत्व देने की बजाय उनके ममत्व को सम्मान दिया, शबरी मा के प्रेम से दिए हुए झूठे बेर भी खा सामाजिक समरसता का विश्व का सर्वोत्तम उदाहरण पेश किया। हमें भी समाज को समरस करना है तो आपसी प्रेम संबंध और भाईचारे को महत्व देना होगा तभी समाज एकाकार होकर समरस होगा!

मीडिया से बातचीत में दिलावर ने कहा- राष्ट्रगीत के 150 साल पूरे हो रहे हैं। उसका उत्सव पूरे देश में मनाया जा रहा है। राजस्थान में 7 से 26 नवंबर तक कई कार्यक्रम होंगे। जो मदरसे राजस्थान सरकार के अधीन है, उन मदरसों में भी राष्ट्रगान होगा।