गहलोत का सरकार पर निशाना — “भजनलाल पहली बार सीएम बने, समझ नहीं पा रहे जिम्मेदारी”

BHILWARA
Spread the love


वसुंधरा को घर बैठा दिया, अब भजनलाल शर्मा पर चिंता जताई — कहा, सरकार विपक्ष की परवाह नहीं कर रही

उदयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार रात उदयपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राज्य सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि “इनको पहली बार मौका मिला है, पहली बार विधायक बने और पहली बार मुख्यमंत्री बने हैं। भगवान ने मौका दे दिया है, लेकिन ये व्यक्ति समझ नहीं पा रहा है।”



गहलोत ने कहा कि सरकार एकतरफा तरीके से काम कर रही है और विपक्ष को पूरी तरह नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मुख्य सचिव सुधांश पंत के तबादले को लेकर भी चिंता जताई — “पता नहीं ये स्थिति कहीं भजनलाल शर्मा की न हो जाए।”



“वसुंधरा राजे सक्षम हैं, उन्हें घर बैठा दिया”

पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा की आंतरिक राजनीति पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा — “वसुंधरा राजे जब मुख्यमंत्री थीं, तब थोड़ी अलग चल रही थीं। बाद में उनसे संबंध ठीक हुए, लेकिन पता नहीं उन्हें क्यों घर बैठा दिया। वो सक्षम हैं, दो बार सरकार चलाई है।”



“वंदे मातरम् का बीजेपीकरण हो रहा है”

गहलोत ने कहा कि भाजपा वंदे मातरम् के नाम पर राजनीतिक फायदा उठा रही है।
“वंदे मातरम् से इनका क्या संबंध है। आज तक किसी शाखा में वंदे मातरम् नहीं गाया गया। ये गीत कांग्रेस की देन है। आप गाओ, खुशी की बात है, लेकिन इसका बीजेपीकरण मत करो।”



उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों में समाज के सभी वर्गों, राजनीतिक दलों और साहित्यकारों को शामिल करना चाहिए था। “ये लोग इवेंट कर रहे हैं, सरकार का पैसा उड़ा रहे हैं, और कार्यक्रम बीजेपी के हो रहे हैं।”



दिल्ली ब्लास्ट की तह तक जांच होनी चाहिए”

दिल्ली में हुए ब्लास्ट को लेकर गहलोत ने कहा कि ऐसी घटनाओं की गहराई से जांच जरूरी है। उन्होंने कहा कि “देश में हर साल ढाई लाख और राजस्थान में करीब दस हजार लोग हादसों में मर रहे हैं। सरकार को सभी विभागों की संयुक्त कमेटी बनाकर इसकी मॉनिटरिंग करनी चाहिए।”



“भैरोंसिंह शेखावत के साथ भी बेहतर संबंध रहे”

गहलोत ने विपक्ष के साथ संबंधों पर कहा — “जब भैरोंसिंह शेखावत सीएम थे और बाद में विपक्ष में आए, तब भी हमारे संबंध अच्छे रहे। उन्होंने कहा था कि मेरे जीते जी कांग्रेस की सरकार नहीं आने दूंगा, लेकिन सरकार आई और संबंध वैसे ही रहे। आज का रवैया सही नहीं है, विपक्ष को कुछ समझा ही नहीं जा रहा।”




“बिना नोटिस घर गिराना गलत, गरीबों को नुकसान”

उदयपुर के सविना खेड़ा में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर गहलोत बोले — “अगर कॉलोनी अवैध थी तो जब प्लॉट काटे जा रहे थे तब कार्रवाई क्यों नहीं की। बिना नोटिस निर्माण गिरा देना गलत है। गरीबों को लाखों का नुकसान हुआ है।”

उन्होंने कहा कि कानून के हिसाब से कार्रवाई होनी चाहिए — “नोटिस दो, जवाब लो, फिर फैसला करो। यूपी की तरह बुलडोजर चलाना आसान है, लेकिन कल किसी के भी घर आ सकता है।”