भीलवाड़ा। शहर को बरसात के दौरान होने वाली जलभराव की समस्या से स्थाई राहत दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। विधायक अशोक कोठारी की पहल पर यूआईटी द्वारा तैयार मास्टर ड्रेनेज प्लान को राज्य सरकार ने प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी है।
आईआईटी खड़गपुर करेगा तकनीकी अध्ययन
वर्षाकाल में शहर की निचली कॉलोनियों, बाजारों और मुख्य सड़कों पर जलभराव की गंभीर स्थिति को देखते हुए विधायक कोठारी ने संबंधित क्षेत्रों का मैदानी निरीक्षण किया था।
उन्होंने नगर विकास न्यास (यूआईटी) को निर्देश दिए थे कि जलनिकासी व्यवस्था के स्थाई समाधान के लिए एक मास्टर ड्रेनेज प्लान तैयार किया जाए।
इसके तहत देश की प्रतिष्ठित संस्था आईआईटी खड़गपुर को तकनीकी अध्ययन और योजना निर्माण का कार्य सौंपा गया है। प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजा गया था, जिसे अब नगरीय विकास विभाग के उप शासन सचिव राकेश कुमार गुप्ता (प्रथम) ने राज्यपाल की आज्ञा से मंजूरी प्रदान की है।
अत्याधुनिक तकनीक से बनेगा ड्रेनेज सिस्टम
विधायक कोठारी ने बताया कि आईआईटी खड़गपुर की टीम शहर की भौगोलिक संरचना, जलस्तर और वर्षा पैटर्न का सहायता से ऐसा ड्रेनेज नेटवर्क तैयार किया जाएगा, जिससे विस्तृत अध्ययन करेगी। इसके बाद अत्याधुनिक तकनीक की आने वाले वर्षों में जलभराव की समस्या स्थाई रूप से समाप्त हो सके।

‘नवीन भीलवाड़ा’ की परिकल्पना साकार होगी
विधायक कोठारी ने कहा कि यह परियोजना ‘नवीन भीलवाड़ा’ की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक अहम कदम है।
मास्टर ड्रेनेज प्लान लागू होने के बाद न केवल शहरवासियों को जलभराव की समस्या से राहत मिलेगी, बल्कि बार-बार सड़कों के क्षतिग्रस्त होने की समस्या से भी निजात मिलेगी।

























