भीलवाड़ा फोकस, जहाजपुर (गजानंद जोशी)।
कोटड़ी क्षेत्र के कोठाज गांव में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता नीरज गुर्जर ने मंच से ऐसा बयान दिया जिसने स्थानीय राजनीति में हलचल मचा दी। उन्होंने पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले सरपंचों पर सीधा हमला बोला और वफादारी बनाम अवसरवाद की बहस को फिर से हवा दे दी।

नीरज गुर्जर ने अपने भाषण में कहा —
“भाजपा के सरपंचों ने कांग्रेस शासनकाल में भी अपनी पार्टी का झंडा ऊंचा रखा। विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने वफादारी निभाई, यह काबिल-ए-तारीफ है।”
लेकिन उनका असली निशाना उन सरपंचों पर रहा जो सत्ता परिवर्तन के साथ पार्टी बदल चुके हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा —
“मेरे पाले हुए टॉमी भाजपा में चले गए… ऐसे लोग वफादारी का मतलब भूल गए हैं।”

गुर्जर यहीं नहीं रुके। उन्होंने ऐसे नेताओं को “दलाल” बताते हुए चेतावनी दी कि
“जो लोग सिर्फ स्वार्थ के लिए दल बदलते हैं, उन्हें न तो सम्मान मिलता है और न किसी पार्टी में स्थायी स्थान।”
उनके इस तीखे बयान से कोटड़ी क्षेत्र की राजनीति में नई सरगर्मी आ गई है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नीरज गुर्जर का यह बयान आगामी पंचायत चुनावों से पहले वफादारी बनाम अवसरवाद के मुद्दे को केंद्र में ला सकता है।
सोशल मीडिया पर भी यह टिप्पणी चर्चा का विषय बनी हुई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह बयान राजनीतिक समीकरणों में बड़े बदलाव का संकेत हो सकता है।
