डाॅ.चेतन ठठेरा स्वतंत्र पत्रकार
जयपुर। देश के भुवनेश्वर मे विजिलेंस टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए आईएएस अधिकारी धीमान चकमा को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है।
सूत्रो के अनुसार 2021 बैच के आईएएस धीमान चकमा वर्तमान में कालाहांडी के धरमगढ़ जिले के उप-कलेक्टर के रूप में कार्यरत हैं। धीमान चकमा को कथित तौर पर 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। इसके अलावा धीमान चकमा के आवास से 47 लाख रुपए भी बरामद हुए हैं।
गिरफ्तारी धरमगढ़ में उनके आधिकारिक सरकारी आवास पर हुई है।
सतर्कता प्रकोष्ठ के अधिकारियों के अनुसार, उप-कलेक्टर ने एक स्थानीय व्यवसायी से कुल 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, मांग पूरी न होने पर उसके व्यवसाय के खिलाफ प्रतिकूल कार्रवाई की धमकी दी थी। जब्त किए गए 10 लाख रुपये कथित तौर पर इस बड़ी मांग की पहली किस्त थी। शिकायतकर्ता को चकमा के आधिकारिक आवास पर बुलाया गया था जहां उप-कलेक्टर ने कथित तौर पर रिश्वत की राशि प्राप्त की। सूत्रों से पता चलता है कि उन्होंने अपने कार्यालय की मेज की दराज में रखने से पहले विभिन्न मूल्यवर्ग के 100 रुपये के नोटों के 26 बंडलों की सावधानीपूर्वक जांच की। उसके दोनों हाथों और मेज की दराज पर बाद में किए गए रासायनिक प्रतिक्रिया परीक्षण के सकारात्मक परिणाम मिले, जिससे उसकी प्रत्यक्ष संलिप्तता की पुष्टि हुई। गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस टीमों ने उनके सरकारी आवास पर तलाशी शुरू की, जिसमें 47 लाख रुपये की अतिरिक्त नकदी बरामद हुई। आगे की तलाशी कथित तौर पर जारी है। इस मामले के संबंध में सतर्कता प्रकोष्ठ पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मामला संख्या 6/2025 दर्ज किया गया है, जिसे पी.सी. (संशोधन) अधिनियम, 2018 द्वारा संशोधित किया गया है। मामले की जांच सक्रिय रूप से जारी है।
