महावीर वैष्णव महुआ
महुआ सावन के चौथे सोमवार को त्रिवेणी संगम महादेव से भव्य कावड़ यात्रा निकाली।कावड़ यात्रा में महिला, पुरुष,बालक, बालिकाएं नाचते गाते हुए कंधों पर कावड़ लेकर चल रहे थे।सावन माह में शिवालयों में भोले नाथ के जयकारों से गूंज रहे हैं। वही शिवालयों में शिवभक्तों द्वारा जलाभिषेक और सहस्त्रधारा अभिषेक कर रहे हैं।प्रतिदिन भगवान शिव का तरह तरह का श्रृंगार किया जा रहा है।भीलवाड़ा जिला के शकरगढ़ में स्थित श्री संकटहरण हनुमध्दाम में चतुर्दिक वाहन कावड़ यात्रा निकाली गई ,चारों दिशाओं से आई कावड़ में पवित्र जल 251 किलो पारे से निर्मित राजस्थान के प्रथम शिवलिंग पर जलाभिषेक किया गया,कार्यकर्ता अरविन्द शर्मा ने सावन के चौथे सोमवार को चारों दिशाओं से कावड़ यात्रा का आगमन हुआ जो पूर्व दिशा से सिंधकेश्वर महादेव मंदिर सथूर बूंदी,पश्चिम दिशा से त्रिवेणी संगम महादेव मंदिर मांडलगढ़,उत्तर दिशा से गाडौली महादेव मंदिर बनास नदी जहाजपुर,दक्षिण दिशा से तिलस्वा महादेव मंदिर एवं सीता कुंड महादेव से कावड़ यात्रा श्री संकटहरण हनुमध्दाम शक्करगढ़ पहुंची। जहां महाआरती हुई और प्रसाद वितरण किया।