*भीलवाड़ा* जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित आदि कर्मयोगी अभियान की जिला स्तरीय प्रोसेस लैब एवं ब्लॉक मास्टर ट्रेनर्स के त्रिदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन बुधवार को हुआ । जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधू के निर्देशन में
जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर एसीईओ मधुसूदन रतनू, पीएचईडी एक्सईएन अंकित सारस्वत, आईसीडीएस उपनिदेशक नागेंद्र तोलम्बिया, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के डॉ. शर्मा, क्षेत्रीय वन अधिकारी विमल रेगर ने प्रतिभागियों को योजनानुसार वंचित वर्ग के अंतिम छोर तक लाभ संतृप्ता हेतु सक्रियतम योगदान से सहभागिता के लिए विभिन्न सत्रों में सार्थक विधियों से प्रशिक्षण देकर उपाय बताए !
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंद्रभान सिंह भाटी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया यह अभियान जनजातीय क्षेत्रों में उत्तरदायी शासन सुनिश्चित करने की राष्ट्रीय पहल है। इस अभियान के तहत देशभर के एक लाख जनजाति बहुल गांवों में प्रत्येक में 20 व्यक्तियों को आदि कर्मयोगी, आदि सहयोगी और आदि साथी के रूप में चुना जाएगा।

*यूँ होंगी योजना क्रियान्वित*
योजनांतर्गत जिले में 7 ब्लॉक के 141 गांवों का चयन किया गया है। इन गांवों में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान से जुड़े 17 विभागों की 25 प्रमुख गतिविधियों का संचालन होगा।
ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को आदि कर्मयोगी बनाया जाएगा। इनमें ग्रामसेवक, पटवारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पशुधन सहायक, प्रधानाध्यापक और अन्य विभागीय कर्मचारी शामिल हैं। गांव के युवा, अध्यापक, डॉक्टर, सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय नेतृत्व को आदि सहयोगी व आदि साथी बनाया जाएगा।
अभियान के तहत स्थापित आदि सेवा केंद्रों में विभिन्न विभागों के अधिकारी सप्ताह में एक दिन ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करेंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक्सईन रामलाल भील, योजना कार्मिक मनीष भट्ट, गिरिराज व्यास, निरंजन बुलिया, गिरिराज गुजराती, गोविंद शर्मा, दिनेश नायक, लक्ष्मण कटवाल सहित ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, महिला बाल विकास, वन समेत विभिन्न विभागों के ब्लॉक स्तरीय अधिकारी और मास्टर ट्रेनर मौजूद रहे।