शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी
भीलवाड़ा जिले के गुरला कस्बे में अन्नकूट महोत्सव को लेकर श्रद्धा और उल्लास का माहौल देखने को मिल रहा है। भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाकर देवेंद्र इंद्र के अहंकार को परास्त करने की स्मृति में मनाया जाने वाला यह पर्व इस बार माली मोहल्ला स्थित श्रीराम मंदिर में विशेष रूप से मनाया जा रहा है।
मंदिर परिसर में सुबह से ही भक्तों की आवाजाही शुरू हो गई। पूरे मंदिर को रंग-बिरंगी झालरों, पुष्पमालाओं और दीपों से सजाया गया है। राम मंदिर में अन्नकूट महोत्सव के तहत बेल पूजन और महाआरती का आयोजन शाम को किया जाएगा।
इसके बाद भक्तों को चावल, चवले और विभिन्न प्रकार की सब्जियों से बने अन्नकूट प्रसाद का वितरण किया। माली मोहल्ला स्थित श्रीराम मंदिर के अलावा शिव नगर के हडुतिया बालाजी मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, चारभुजा मंदिर, सांवरिया सेठ मंदिर, बड़ा मंदिर, और संकट मोचन हनुमान मंदिर सहित कई धार्मिक स्थलों पर भी यह पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है।

मंदिरों में सुबह से ही भजन-कीर्तन और धार्मिक अनुष्ठानों की गूंज सुनाई दे रही है।
माली समाज के पंचों और समाज के सभी सदस्यों की उपस्थिति में तैयारियों का जायजा लिया गया। समाजजनों ने बताया कि यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह समाज में सहयोग, एकता और परोपकार की भावना को भी मजबूत करता है। माली समाज की महिलाएं भी आयोजन में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं और प्रसाद की तैयारी में योगदान दे रही हैं।
मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष अन्नकूट में लगभग 56 प्रकार के व्यंजन तैयार किए जा रहे हैं। इनमें देसी सब्जियां, दालें, मीठे पकवान और पारंपरिक मिष्ठान जैसे लड्डू, पेड़ा, मालपुआ आदि शामिल हैं। शाम को महाआरती के बाद भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा-अर्चना की जाएगी।

स्थानीय युवाओं ने मंदिर परिसर की सजावट और व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी संभाली है। वहीं बुजुर्ग भक्तों ने धार्मिक परंपराओं के निर्वहन में सहयोग किया। ग्रामीणों का कहना है कि अन्नकूट महोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह कृषि और अन्न के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का पर्व है, जो हमारी संस्कृति की गहराइयों से जुड़ा हुआ है।
अन्नकूट महोत्सव के अवसर पर शाम को मंदिर परिसर में सामूहिक भजन संध्या का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय कलाकार भक्ति गीत प्रस्तुत करेंगे। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना के मद्देनजर व्यवस्था पुख्ता की गई है। माली समाज के पंचों ने सभी ग्रामवासियों से अपील की है कि वे परिवार सहित इस पावन अवसर पर मंदिर पहुंचकर भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में नमन करें और अन्नकूट प्रसाद का लाभ उठाएं।

























