तेज़ रफ्तार बनी काल: अल्टो कार सांड से भिड़ी, एक युवक की मौत, तीन गंभीर

BHILWARA
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फुलिया कलां–कनेछन कलां मार्ग पर दिल दहला देने वाला हादसा,चकनाचूर कार में फंसे चार युवक, एक ने तोड़ा दम।

शाहपुरा I गुरुवार(बीती रात )रात फुलिया कलां व कनेछन कलां मार्ग पर एक ऐसा दर्दनाक सड़क हादसा हुआ जिसने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया। रात करीब 8 से 8:30 बजे चार युवक अल्टो कार में सवार होकर फुलिया कलां से कनेछन कलां की ओर लौट रहे थे। रास्ता शांत था,हवा हल्की बह रही थी और सड़क पर दूर तक किसी वाहन की आवाज तक नहीं थी। लेकिन इसी सन्नाटे को चीरती हुई तेज रफ्तार कार जैसे ही कनेछन कलां के करीब पहुंची, सड़क पर अचानक एक बड़ा सांड आ गया। तेज गति के कारण ड्राइवर को संभलने का कोई मौका नहीं मिला और कार सीधी सांड से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार पूरी तरह चकनाचूर होकर पिचक गई। सड़क पर कांच, लोहे और कार के पुर्जे तथा मांस के टुकड़े तक बिखर गए और घटनास्थल का माहौल दहशत से भर गया।

कार में सवार अशरफ पुत्र अलीम कुरैशी निवासी टोडा रायसिंह जिला टोंक, समीर पुत्र सलीम कुरैशी, साहिल पुत्र राशिद कुरैशी और शाहरुख पुत्र मोहम्मद दीन बिसायती निवासी फुलिया कलां गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा इतना अचानक था कि चारों युवक कार के अंदर फंस गए। राहगीरों और आसपास के ग्रामीणों ने दौड़कर कार को तोड़ने की कोशिश की और बड़ी मशक्कत के बाद घायलों को बाहर निकाला।सूचना पर फुलिया कलां पुलिस मौके पर पहुंची और चारों को 108 एंबुलेंस की मदद से तुरंत फुलिया कलां अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने काफी प्रयासों के बावजूद अशरफ को बचा नहीं सके और उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उसकी मौत की खबर जैसे ही उसके घर पहुंची, परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और पूरा माहौल मातम में बदल गया। समीर, साहिल और शाहरुख गंभीर हालत में शाहपुरा अस्पताल में उपचाररत हैं और परिजन बेचैनी से उनके ठीक होने की दुआ कर रहे हैं।घटना के थोड़ी ही देर में फुलिया कलां और कनेछन कलां के ग्रामीण बड़ी संख्या में दुर्घटना स्थल पर एकत्रित हो गए। पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर सड़क को साफ करवाया, मृत सांड को हटवाया और यातायात को सुचारू कराया। ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग पर तेज रफ्तार और सड़क पर घूमने वाले आवारा पशुओं की वजह से हादसे लगातार बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।रात का यह हादसा फिर एक बार साबित कर गया कि तेज रफ्तार और थोड़ी-सी लापरवाही सिर्फ कुछ सेकंड का खेल नहीं, बल्कि पूरी जिंदगी का फैसला बन जाती है।कभी किसी की सांसें छीन लेती है और कभी परिवारों के आंगन हमेशा के लिए सूने कर देती है। पूरी घटना ने क्षेत्र में गहरा असर छोड़ा है और लोगों ने सड़क सुरक्षा और आवारा पशुओं पर नियंत्रण की पुख्ता मांग की है।